अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में मुंशीगंज के बंदोइया में एक दलित महिला प्रधान के पति की संदिग्‍ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ हत्‍या का मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में पुलिस ने कृष्ण कुमार, राजेश मिश्रा, आशुतोष, रविकुमार, संतोष कुमार तिवारी के खिलाफ धारा 302 (हत्‍या) के तहत मुकदमा दर्ज किया है.


यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि यूपी सरकार ने दलितों के दमन की कसम खा ली है. लल्लू ने ट्वीट कर कहा, "बीते अगस्त महीने में आजमगढ़ के दलित प्रधान सत्यमेव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अब अमेठी में ग्राम प्रधान पति को जिंदा जलाकर मार दिया गया. सामंतीयों द्वारा एक के बाद एक हत्याएं. दलितों के दमन की कसम खा ली है इस सरकार ने."





पुलिस ने घटना पर क्या बताया
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने शुक्रवार को बताया, "बुधवार रात 11.56 बजे घटना के संबंध में जानकारी मिली कि कृष्‍ण कुमार नामक व्यक्ति के अहाते में बंदोइया की प्रधान छोटका देवी के पति अर्जुन कोरी गंभीर हालत में पड़े हुए हैं. तत्‍काल पुलिस पहुंची और कोरी को अस्‍पताल भिजवाया."


पुलिस ने बताया, "गुरुवार सुबह लखनऊ ले जाते समय उनकी मौत हो गई. परिजनों की तहरीर के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर जांच की जा रही है." बाद में जिलाधिकारी अरुण कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने मीडिया से कहा कि नामजद पांच आरोपियों में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो की तलाश में पुलिस टीम लगी है और उन्‍हें भी जल्‍द ही पकड़ लिया जाएगा.


परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि
जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार की सरकारी सहायता की मांग को देखते हुए पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जा रही है और परिवार की आवश्‍यक मदद की जाएगी. घटना के संदर्भ में अर्जुन कोरी के बेटे सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उसके पिता गुरुवार शाम छह बजे सब्‍जी खरीदने के लिए बाजार गए थे. जब वह घर नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई और वह कृष्‍ण कुमार तिवारी नामक व्यक्ति के अहाते में अधजले हुए गंभीर अवस्‍था में मिले.


सुरेंद्र ने बताया कि गंभीर हालत में कोरी को सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र भेटुआ ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्‍हें सुल्तानपुर भेज दिया. इसके बाद वहां के डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ले जाने के लिए कहा और रास्‍ते में ही उनकी मौत हो गई. मौत से पहले उसके पिता ने चार लोगों के नाम लिए थे और कहा था उन्‍हें मारने-पीटने के बाद आग लगा दी गयी. उन्होंने रंजिश के चलते हत्या किए जाने का आरोप लगाया.


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