Lok Sabha Election 2024: देशभर में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और जैसे-जैसे चुनाव की घड़ी नजदीक आ रही है. मतदाता भी अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे हैं. अमेठी जिले के गौरीगंज तहसील स्थित एक गांव में सड़क का निर्माण नहीं होने से नाराज स्थानीय लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है.
अर्से से वीवीआईपी जिला माने जाने वाले अमेठी की तहसील गौरीगंज के जामो विकासखंड में पूरे अल्पी तिवारी ग्रामसभा स्थित सरमें पुरवा के निवासियों ने गांव के बाहर एक बैनर लगाया है, जिसमें 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के नारे के साथ 'नेताओं, शर्म करो. आजादी के बाद से हम लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं' लिखा है.
'पक्की सड़क न होने से होती है परेशानी'
जिला प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है तथा समस्या का समाधान कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा. वहीं सरमें पुरवा गांव के निवासी ओमप्रकाश ओझा ने बताया कि गांव में जाने आने का पक्का रास्ता न होने के कारण बहुत मुश्किल होती है और बारिश के मौसम में स्थिति बदतर हो जाती है. उन्होंने कहा कि हालात यह है कि गांव के लोगों को अपने बच्चों की शादी का आयोजन मजबूरन किसी दूसरी जगह करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि गांव में जल निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि पीने के पानी का भी सही बंदोबस्त नहीं है और तो और जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना भी इस गांव तक नहीं पहुंची है. यह गांव उस अमेठी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है जो कई दशकों तक केन्द्र की सत्ता में दबदबा रखने वाले नेहरू—गांधी परिवार का सियासी गढ़ रहा और पिछले पांच साल से केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यहां से सांसद हैं.
गांव के एक अन्य निवासी राम अभिलाष ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक इस गांव का विकास ही नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग अपने जनप्रतिनिधियों से लगातार शिकायत करते रहे मगर किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि लगातार उपेक्षा से तंग आकर अब ग्रामीणों ने पूरी तरह से मन बना लिया है कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है तब तक आगामी लोकसभा चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा.
क्या बोलें अधिकारी?
गौरीगंज के उप जिलाधिकारी दिग्विजय सिंह ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि उन्हें प्रकरण की जानकारी मिली है तथा मामले की जांच कराई जा रही है. जांच के बाद समस्या के समाधान का पूरा प्रयास किया जाएगा. कुछ सीमित समय को छोड़ दिया जाए तो अमेठी की जनता लगातार कांग्रेस उम्मीदवारों को ही चुनती रही है.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी वर्ष 1980 में अमेठी लोकसभा सीट से सांसद चुने गये थे. उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में इंदिरा के बड़े बेटे राजीव गांधी ने इस सीट से दो लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी. राजीव इस सीट से 1984, 1989 और 1991 में भी जीते थे. उनके बेटे राहुल गांधी वर्ष 2004 से 2019 तक अमेठी से ही सांसद रहे.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल को हराने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का पांच साल का कार्यकाल भी बीत गया है. पिछले हफ्ते संग्रामपुर विकासखंड के भवानीपुर गांव के लोगों ने भी 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का बैनर लगाया था. हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने समस्या के समाधान का आश्वासन देकर नाराज लोगों को शांत कराया था.
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