Amethi Massacre: अमेठी में जमीनी विवाद में हत्या की बड़ी वारदात सामने आई जहां जमीनी विवाद में एक ही परिवार के चार लोगों की बांके से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई. जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इनमें से एक महिला की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है जिसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है. बाकी घायलों को जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. दबंग घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए. घटना की गंभीरता को देखते हुए डीएम और एसपी ने जिला अस्तपाल में घायलों से मुलाकात की वहीं गांव में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. 

 







जमीन विवाद में 4 की हत्या

मामला अमेठी कोतवाली क्षेत्र के राजापुर गुंगवाछ का जहाँ के पूर्व प्रधान अमरेश यादव और उनके पटीदार रामदुलारे यादव के बीच बंजर भूमि पर निर्माण को लेकर विवाद चल रहा था. राम दुलारे यादव अपने कब्जे की भूमि पर निर्माण करवा था. रामदुलारे को निर्माण करवाता देख पूर्व प्रधान अमरेश ने भी बिल्डिंग मटेरियल का सामान मंगवा कर निर्माण करना चाहा. मंगलवार शाम को जब अमरेश अपने माता पिता और भाई को लेकर मौके पर पहुँचा तो पहले से घात लगाए बैठे रामदुलारे और उसके साथियों ने बांके और लाठी डंडो से उसके परिवार पर हमला कर दिया. 

 

सभी आरोपी मौके से फरार हुए

हमले के बाद चीख पुकार सुन मौके पर पहुंचे अमरेश के परिजनों पर भी दंबगों ने हमला कर दिया. इस हमले में पूर्व ग्राम प्रधान अमरेश यादव, भाई हनुमान यादव और पिता संकठा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अमरेश की माँ पार्वती ने इलाज के दौरान संजय गांधी अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस हमले में आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए.

 

बंजर भूमि को लेकर था विवाद

पीड़ित परिवार की महिला गायत्री का कहना है कि उनके घर के सामने स्थित बंजर भूमि को लेकर विवाद चल रहा था. दोनों परिवारों में अपने-अपने घर के सामने निर्माण का समझौता भी हो गया था. लेकिन जब रामदुलारे का परिवार बिना सूचना के निर्माण कराने लगा तो हमारे परिवार के सदस्य उसे रोकने गए, जिसके बाद राम दुलारे ने बृजेश, नितिन तिवारी और अखिलेश के साथ मिलकर उनके परिवार पर हमला कर दिया.
  

 

आला अधिकारी मौके पर पहुंचे

इस नृशंस हत्याकांड की जानकारी मिलते हैं प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. तनाव को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात कर दिया गया. इसके साथ ही जिला अस्पताल और अमेठी सीएचसी को छावनी में बदल दिया गया. डीएम राकेश कुमार मिश्र खुद हालात का जायजा लेने जिला अस्तपाल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना. डीएम ने कहा कि ये विवाद दो परिवारों के बीच आबादी की जमीन पर कब्जे को लेकर हुआ. गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 5 टीमें लगा दी गई है. 

 

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