(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Amethi News: अमेठी में पंचायती राज विभाग में लाखों का घोटाला, 20 पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी
UP News: अमेठी के पंचायती राज विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है. दरअसल ग्राम पंचायतों में तैनात सचिवों ने अपने चहेतों के खाते में लाखों रुपए भेज दिए. जिसके बाद मामला संज्ञान में लिया गया है.
Amethi News: अमेठी के पंचायती राज विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है. दरअसल, यहां ग्राम पंचायतों में तैनात सचिवों ने अपने चहेतों के खाते में लाखों रुपए भेज दिए. बाजार शुकुल ब्लॉक के रहने वाले एक शिकायतकर्ता की शिकायत के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी ने जिले के 20 पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला बाजार शुकुल ब्लॉक से जुड़ा है, जहां इक्कताजपुर गांव के रहने वाले सुरजीत यादव ने डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में पंचायतीराज विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर कई शिकायतें की हैं. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत सचिव धर्मेंद्र श्रीवास्तव और संजय कुमार द्वारा विकासखंड अमेठी में अपनी तैनाती के दौरान 7 ग्राम पंचायतों के खातों से अलग-अलग तारीखों में छह लाख 97 हजार 124 रुपए अपने चहेते प्रमोद कुमार के खाते में ट्रांसफरकर दिए. ये रूपये खेरौना, रेभा, हिमक्तगढ़, नरैनी, महसो, त्रिलोकपुर, रामगढ़ ग्राम पंचायतों की निधि से ट्रांसफर किए गए हैं.
कुछ ऐसा ही मामला तिलोई में भी हुआ, यहां एडीओ पंचायत का प्रभार देख रहे ग्राम पंचायत अधिकारी अनुराग यादव द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर आदित्य कुमार गुप्ता के खाते में अलग-अलग 11 ग्राम पंचायतों की निधि से 3 लाख 31 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए गए हैं. इनके खिलाफ भेलाई कला, रमई, कमई, ढोढनपुर, सेमरौता, हसवा तिलोई की ग्राम पंचायतें और लोनियापुर, कोरारी गिरधरशाह, डेहरा, नुवावा, गंगौली में गड़बड़ी की शिकायत की गई है.
एक हफ्ते के अंदर मांगा जवाब
शिकायतकर्ता सुरजीत यादव का आरोप है कि जिले की तीन सौ से अधिक ग्राम पंचायतों में सरकारी धन की बंदरबांट हुई है. संग्रामपुर जगदीशपुर तिलोई और बाजार शुकुल विकासखंड में भी कई ग्राम पंचायतों में प्रधान व उनके परिजनों के खाते में सरकारी धन अंतरण करने को लेकर भी उन्होंने शिकायत की है. वहीं पूरे मामले पर जिला पंचायतराज अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता के शिकायत को संज्ञान में लेते हुए जिले के 20 पंचायत सचिवों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है.
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