Amethi News: यूपी के अमेठी (Amethi) के राजकीय महिला पॉलिटेक्निक की दो छात्राओं ने मिलकर दिव्यांगों के लिए एक ब्लाइंड स्टिक तैयार की है, यह ब्लाइंड स्टिक सेंसर की मदद से काम करती है जो दिव्यांगों के लिए फायदेमंद साबित होगी. छात्राओं के इस उपकरण से दिव्यांगों को हादसे से बचने में मदद मिलेगी और उनके लिए यह ब्लाइंड स्टिक सहारा बनेगा. स्टिक के सामने जब भी कोई भारी चीज आएगी तो स्टिक में अलार्म बज जाएगा जिसके बाद प्रयोग करने वाला दिव्यांग सचेत हो जाएगा.


अमेठी के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिक फाइनल ईयर की छात्रा साक्षी तिवारी और रुचि वर्मा दोनों सहेलियां है. दोनों सहेलियों ने मिलकर दिव्यांगों के लिए ब्लाइंड स्टिक तैयार की. सेंसर युक्त तैयार ब्लाइंड स्टिक किसी अनहोनी की आहट के बाद तुरंत अलर्ट हो जाएगी और दिव्यांगों को हादसे से बचने में मदद भी मिलेगी. इस स्टिक को कई छोटे-छोटे उपकरण को जोड़कर तैयार किया गया है और यह ब्लाइंड स्टिक दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बेहद उपयोगी है.


किसान परिवार से रखती हैं ताल्लुक
अक्सर देखा जाता है कि सड़क पर सफर के दौरान दिव्यांग हादसे का शिकार हो जाते हैं और कभी कभार तो उनके साथ अप्रिय घटना भी हो जाती है. ऐसे दिव्यांग व्यक्तियों को बचाने के उद्देश्य से भी यह उपकरण बेहद उपयोगी है. अमेठी के राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में पढ़ने वाली होनहार छात्रा रूचि और साक्षी किसान परिवार से हैं. दोनों अपने परिवार और पिता के सपनों को साकार करने के लिए कुछ करना चाहती हैं, इसी उद्देश्य के साथ यह बेहतर कदम उठाया है.


ब्लाइंड स्टिक बनाने वाली छात्रा साक्षी तिवारी ने बताया की ब्लाइंड स्टिक दिव्यांग व्यक्तियों को देखकर बनाया है. हमारा उद्देश्य सिर्फ इतना है कि यदि कोई ऐसी जगह होती है जहां पर दिव्यांगों को खतरा है तो वहां इस उपकरण के माध्यम से इन्हें मदद मिल सके. इस उपकरण को बनाने 15 सौ रुपए की लागत आई है. हम इसके दायरे को बढ़ाने के साथ ही दाम को और कम करने पर जुटे हुए जिससे दिव्यांगों को आसानी से उपलब्ध हो सके.


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