अमेठी: सुरेंद्र सिंह हत्याकांड में तीन गिरफ्तार, चुनावी रंजिश में हत्या की आशंका
पूर्व प्रधान और स्मृति ईरानी के करीबी सुरेंद्र सिंह हत्याकांड मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आशंका जताई जा रही है कि सांसदी और ग्राम प्रधानी चुनाव की रंजिश के चलते उनकी हत्या की गई है।
अमेठी, एबीपी गंगा। यूपी के अमेठी में पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में मृतक सुरेंद्र सिंह के छोटे भाई ने एफआईआर दर्ज कराई है। तहरीर में सांसदी और ग्राम प्रधानी चुनाव की रंजिश का जिक्र किया है। बीडीसी रामचंद्र समेत पांच को एफआईआर में हत्या और आपराधिक साजिश का आरोपी बनाया गया है। इसके साथ ही, सांसदी के चुनाव के दौरान रामचंद्र से विवाद की बात कही गई है।
इनपर लगा हत्या की साजिश रचने का आरोप
रामचंद के अलावा प्रधानी चुनाव के चलते क्षेत्र के ही धर्मनाथ पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा नसीम, वसीम और गोलू पर गोली मारने का आरोप है। मृतक सुरेंद्र सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, सिर पर मारी गई एक गोली से उनकी मौत हुई है। उनके सिर पर बाई तरफ भौंह के ऊपर गोली मारी गई थी। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह के सिर में पीछे की तरफ गोली फंसी थी। पोस्ट्मोर्टम रिपोर्ट में एक से डेढ़ फीट की दूरी से गोली मारे जाने की बात सामने आई है।
शनिवार देर रात अज्ञात बदमाशों ने मारी थी गोली
गौरतलब है कि बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान स्थानीय बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह की शनिवार रात करीब 11.30 बजे अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया, जहां रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। सुरेंद्र सिंह निवर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बेहद करीबी थी, जिन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अहम जिम्मेदारी निभाई थी।
स्मृति ईरानी ने पार्थिव शरीर को दिया था कंधा
अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी रविवार दोपहर बाद बरौलिया गांव पहुंचीं और सुरेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं। स्मृति ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए। इस दौरान वह काफी भावुक नजर आईं। स्मृति ने उनके पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया। इससे पहले वे सुरेंद्र सिंह के परिवार वालों से मिलीं और उन्हें ढांढस बंधाया।
ईरानी के करीबी थे सुरेंद्र सिंह
लोकसभा चुनाव के दौरान जूता वितरण प्रकरण में सुरेंद्र सिंह काफी चर्चा में रहे थे। उन्हें स्मृति ईरानी का करीबी माना जाता था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्मृति ईरानी पर बरौलिया गांव के लोगों को जूते बांटने का आरोप लगाते हुए इसे अमेठी के लोगों का अपमान बताया था। बरौलिया गांव को पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया था।
जानिए कौन थे सुरेंद्र सिंह
- स्मृति ईरानी के मुताबिक, सुरेंद्र सिंह साल 1977 से पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता थे।
- अमेठी के कई गांवों में सुरेंद्र सिंह का प्रभाव था।
- सुरेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव के दौरान जूता वितरण प्रकरण से चर्चा में आए थे।
- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्मृति ईरानी पर बरौलिया गांव में जूते बंटवाने का आरोप लगाया था।