Amethi Rape Case News: अमेठी में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा न दर्ज होने से नाराज एक महिला ने डीएम ऑफिस के बाहर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की. मौके पर मौजूद एलआईयू के एक कर्मचारी और अन्य लोगों ने महिला के हाथ से माचिस छीनकर फेंकते हुए पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसको इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है.


मामला बाजार शुकुल थाना क्षेत्र पांडेयगंज चौराहे का है, जहां की रहने वाली एक महिला आज यानी सोमवार (18 मार्च) की सुबह अमेठी कलेक्ट्रेट पहुंची. काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब डीएम अपने ऑफिस नहीं पहुंची तो महिला ने ऑफिस के बाहर अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की. पेट्रोल डालते देख मौके पर मौजूद एलआईयू के एक सब इंस्पेक्टर राम अकबाल ने आसपास मौजूद लोगों की मदद से महिला के हाथ से माचिस छीनकर फेंक दिया और पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही गौरीगंज एसएचओ शिवाकांत त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और महिला को एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है.


''शराब के नशे में महिला के साथ सामूहिक रेप''


महिला का आरोप है कि आठ मार्च की शाम वो शौच करने के लिए गई थी, तभी श्रवण यादव, गोपाल यादव और सूरज यादव ने जबरदस्ती उसे पकड़ लिया, शराब पिला दी, जिसके बाद शराब के नशे में उसके साथ सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया. आरोपियों ने उसकी गला दबाकर मारने की कोशिश भी की और सोने चांदी के गहने लेकर फरार हो गए. महिला का आरोप था कि जब वो तहरीर लेकर थाने गई तो उसका मुकदमा लिखकर मेडिकल करवाने के बजाय पुलिस ने उसे दिन भर थाने में बैठाए रखा. पुलिस की तरफ से इस मामले के कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे उसकी जान का खतरा लगातार बना हुआ है.


पूरे मामले पर एसपी अनूप सिंह ने क्या कहा? 


वहीं पूरे मामले पर एसपी अनूप सिंह ने कहा कि एक महिला की तरफ से आज जवालशील पदार्थ छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया गया. महिला का आरोप है कि कुछ लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इस महिला की तरफ से 2021 में अपने पति और इन्ही लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसमें चार्टशीट लग चुकी है और सभी जेल भी जा चुके हैं.


2019 में महिला के पति श्रवण की तरफ से अपनी जमीन को विपक्षी राजकुमार को बेचा गया था. जिसकी खारिज दाखिल भी खरीदार की तरफ से 2021 में करवा लिया गया था. अभी ये महिला उसी घर में रह रही है और जो खरीदार हैं वो कब्जा नहीं पा रहे हैं. महिला को ये आशंका है कि खारिज दाखिल होने की वजह से किसी भी दिन खरीदार इस घर में कब्जा कर सकते हैं. इसी को लेकर महिला की तरफ से दूसरे पक्ष पर रेप का आरोप लगाया जा रहा है. रेप का आरोप संदिग्ध है. जांच में पता चला कि जिस समय ये वारदात हुई उस समय विपक्षियों की लोकेशन वहां नहीं मिली है. उनकी लोकेशन लखनऊ समेत अन्य स्थानों पर मिली है. महिला पूरी तरह से स्वस्थ है. एतिहात के तौर पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


ये भी पढ़ें: UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में क्या पूरा होगा ओपी राजभर, अनुप्रिया पटेल और जयंत का ये सपना? BJP की ओर निगाहें