Amethi Murder: अमेठी में पति-पत्नी के बीच विवाद सुलझाने की कोशिश करना एक युवक को महंगा पड़ गया. बीच बचाव करने से नाराज पत्नी के परिजनों ने युवक पर लाठी डंडों से हमला कर दिया. जिससे उस युवक की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही प्रसाशनिक अमले में हड़कंप मच गया और एसपी एएसपी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची, जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है. 


दरअसल, ये पूरा मामला मोहनगंज थाना क्षेत्र के छतहुंआ गांव का जहां गांव के रहने वाले आफताब का उसकी पत्नी से काफी दिनों से विवाद चल रहा है. सोमवार दोपहर (24 अप्रैल) आफताब के ससुर समेत आधा दर्जन दबंग उसके घर पहुंचे और गाली गलौज करते हुए हमला कर दिया. आफताब के चीखने की आवाज सुन पास में ही मौजूद बेचू नाम का युवक मौके पर पहुंचा तो उसने बीच-बचाव करने की कोशिश की. इस पर नाराज लोगों ने उसे भी लाठी डंडों से पीटना शुरू कर दिया. जिससे बेचू की मौके पर ही मौत हो गई. 


हत्या के बाद फरार हुए आरोपी
इससे पहले कि आसपास के लोग कुछ समझ पाते, आरोपी मौके से फरार हो गए. घटना स्थल पर पहुंचे ग्राम प्रधान से तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी. सूचना मिलते ही एसपी इलामारन जी और एएसपी हरेंद्र कुमार समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस ने मृतक युवक के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया है. 


ग्राम प्रधान ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दोपहर करीब 1:30 बजे आफताब के घर उसके ससुर और 6-7 अज्ञात लोग पहुंचे थे, जिसके बाद वो उससे मारपीट कर रहे थे तभी मृतक बेचू ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने स्टूल और लाठी-डंडों से उसे भी पीटना शुरू कर दिया. जिसके बाद उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. 


मामले की जांच में जुटी पुलिस
पूरे मामले पर अमेठी एसपी ने कहा कि आफताब का उसके ससुराल से विवाद चल रहा था, सोमवार को उसके ससुर समेत कई लोग घर पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया. इस विवाद में बीच-बचाव करने आए युवक की भी आरोपियों ने पिटाई की, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में 6 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.


ये भी पढ़ें- UP Politics: CBI की रडार पर मायावती, 20 साल पुराने मामले में पूर्व मंत्री की भी बढ़ सकती हैं मुश्किलें