अमित शाह ने किया ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन, देशभर के कई उद्योगपति सम्मेलन में मौजूद
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष तथा नरेंद्र मोदी सरकार में गृह मंत्री अमित शाह कल लखनऊ में उत्तर प्रदेश में 65 हजार करोड़ के निवेश की नींव रखेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में यह दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होगी।
लखनऊ, शैलेष अरोड़ा। औद्योगिक निवेश के रास्ते विकास का रोड मैप तैयार करने वाली योगी सरकार में 28 जुलाई को दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के मुख्य सेशन की अध्यक्षता करेंगे। इस मौके पर अमित शाह 65,000 करोड़ की करीब 292 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाले इस भव्य आयोजन की तैयारियों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं।
नामी उद्योगपतियों समेत 300 डेलीगेट शामिल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार सुबह 11 बजे समारोह में पहुंचे और दीप जलाकर उद्घाटन किया। दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, HCL ग्रुप के चेयरमैन शिव नाडर और अन्य नामी उद्योगपतियों समेत करीब 300 डेलिगेट्स शामिल होंगे। तैयारियों को देखने पहुंचे CM योगी के साथ औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, मंत्री सुरेश राणा, मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे।
5 लाख से अधिक को मिलेगा रोज़गार
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को लेकर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा की CM योगी की प्राथमिकताओं में लॉ एंड आर्डर और विकास है। एक साल में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होने जा रही है। इंडस्ट्री आने से GDP, विकास, रोज़गार बढ़ता है। 65 हज़ार करोड़ के 250 से अधिक प्रोजेक्ट्स का शिलान्यस होगा। सतीश महाना ने कहा की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग में 3 लाख का एम्प्लॉयमेंट हुआ। जबकि दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 5 लाख को रोज़गार मिलेगा।
कल तक 25 फीसदी प्रोजेक्ट्स का हो चुका होगा शिलान्यास
मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने कहा की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग में 62 हज़ार करोड़ के प्रोजेक्ट्स लगे जिनमे 30 हज़ार का कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। अमूमन देखा जाता है की जितने MOU होते उसमे 4-5 फीसदी कन्वर्ट होते इतने समय में। लेकिन दूसरी सेरेमनी के बाद हमारे करीब 25 फीसदी MOU पर काम शुरू हो जायेगा। इन्वेस्टर समिट में 4 लाख 28 हज़ार करोड़ के प्रोजेक्ट थे। इनमें 60 हज़ार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास 29 जुलाई 2018 को पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हुआ और कल दूसरी सेरेमनी में 65 हज़ार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। इस तरह कुल 1 लाख 25 हज़ार करोड़ के प्रोजेक्ट शुरू हो जायेंगे।
बुंदेलखंड में डिफेन्स कॉरिडोर, पूर्वांचल में फ़ूड प्रोसेसिंग प्रोजेक्ट
मुख्य सचिव ने बताया को क्षेत्रवार प्रोजेक्ट शुरू हो रहे हैं। जैसे बुंदेलखंड में सोलर प्लांट, डिफेन्स कॉरिडोर के प्रोजेक्ट हैं तो पूर्वांचल में फ़ूड प्रोसेसिंग और नॉएडा में IT से जुड़े प्रोजेक्ट आ रहे। कल 6 टेक्निकल सेशन होंगे जिनकी अध्यक्षता विभागीय मंत्री और मॉडरेशन सम्बंधित प्रमुख सचिव करेंगे। विशेष सेशन में उद्योगपतियों का सम्मान किया जायेगा। पांच साल में 25 लाख रोज़गार का लक्ष्य है। पिछली बार 2 लाख 15 हज़ार रोज़गार आया था। इस बार भी 2 लाख से अधिक रोज़गार आएगा। अप्रत्यक्ष मिलाकर करीब 5 लाख को रोज़गार मिलेगा इस बार।
फरवरी 2018 में तेज हुई विकास की रफ़्तार
फरवरी 2018 में इन्वेस्टर सम्मिट का आयोजन किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में समिट के दौरान चार लाख 28 हजार करोड़ के निवेश वाले 1045 प्रोजेक्ट की स्थापना के एमओयू किए गए। इसके बाद जुलाई 2018 में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन हुआ। इसमें 61,847 करोड़ क्र 81 प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ। इनमें से 29,041 करोड़ की 29 परियोजनाओं का कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। 32,806 करोड़ की 52 परियोजनाएं विभिन्न स्तर पर है। 28 जुलाई यानी रविवार को होने वाली दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 65,000 करोड रुपए की करीब 292 परियोजनाओं का शिलान्यास होगा।
दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में किसी क्षेत्र में कितना इन्वेस्टमेंट
इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग: 31 फीसदी
रिन्यूएबल एनर्जी: 16 फीसदी
इंफ्रास्ट्रक्चर: 12 फीसदी
हाउसिंग: 10 फीसदी
मैन्युफैक्चरिंग और फ़ूड प्रोसेसिंग: 8-8 फीसदी
आईटी: 5 फीसदी
टेक्सटाइल, बायो फ्यूल, हेल्थकेअर और हॉस्पिटैलिटी: 2-2 फीसदी
पॉवर और फार्मास्यूटिकल: 1-1 फीसदी
प्रदेश के किसी हिस्से में कितना इन्वेस्टमेंट
पश्चिमांचल: 54 फीसदी
मध्यांचल: 19 फीसदी
पूर्वांचल: 13 फीसदी
बुंदेलखंड: 4 फीसदी
यूपी के अन्य हिस्सों में: 10 फीसदी