UP GIS 2023: मोदी को तीसरी बार PM बनाने की तैयारी में जुटे अमित शाह, इंवेस्टर समिट में बताया अपना प्लान
UP Politics: गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, क्षेत्रफल की दृष्टि से, आबादी की दृष्टि से और उत्पादकता की दृष्टि से, सभी दृष्टि से यूपी का महत्व कहीं पर भी दो नंबर का नहीं है, एक नंबर का है.
UP Global Investors Summit 2023: कहते हैं कि दिल्ली का रास्ता यूपी (Uttar Pradesh) से होकर गुजरता है. इसकी वजह ये है कि इस राज्य में सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटें हैं. सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य होने की वजह से उत्तर प्रदेश केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाता है और प्रधानमंत्री बनना यहां से ज्यादा से ज्यादा सीटें जीते बिना संभव नहीं है. बीते 10 फरवरी को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में भाग लेने के लिए लखनऊ पहुंचे थे. शाह ने यहां जो कहा उसे अगले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections 2024) से जोड़कर भी देखा जा रहा है. बता दें कि यूपी में बीजेपी को मजूबत बनाने और 2014 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दिलाने में अमित शाह की अहम भूमिका थी.
क्षेत्रफल और आबादी का किया जिक्र
गृहमंत्री अमित शाह की बातों से पता चला की पार्टी का अगला टारगेट 2024 है, जिसमें सबसे ज्यादा फोकस यूपी पर रहेगा. गृहमंत्री ने कहा कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद जो परिवर्तन आया है वह पूरे देश के लिए शुभ है, क्योंकि जबतक यूपी जैसे बड़े सूबे का विकास नहीं होता, जबतक यूपी विकास की राह पर चल नहीं पड़ता है तबतक हमारा देश बहुत आगे नहीं बढ़ सकता है, क्योंकि क्षेत्रफल की दृष्टि से, आबादी की दृष्टि से और उत्पादकता की दृष्टि से, सभी दृष्टि से यूपी का महत्व कहीं पर भी दो नंबर का नहीं है, एक नंबर का है. हालांकि उन्होंने ये नहीं कहा कि यहां लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें हैं.
पिछली सरकार पर भी साधा निशाना
गृहमंत्री ने कहा कि यूपी में सबसे ज्यादा आबादी भी है. उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा क्षेत्रफल रखने वाले 2-3 राज्यों में से एक है और यहां सबसे ज्यादा संभावनाएं भी हैं. यूपी को आगे बढ़ाने का मतलब है भारत के विकास को गति देना. गृहमंत्री ने कहा कि मैं यहां कोई राजनीतिक टिप्पणी करने नहीं आया हूं. मैं गुजरात सरकार का मंत्री था. लखनऊ में उस वक्त के यूपी के मंत्री का प्रेस कॉन्फ्रेंस था, वे भी उस समय इनवेस्टर्स समिट कर रहे थे, लेकिन उन्होंने स्थान दिल्ली रखा था. एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि आप यूपी के लिए समिट कर रहे हो मगर स्थान दिल्ली क्यों रखा है, तो उनको स्वीकर करना पड़ा कि काफी लोग लखनऊ आने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए हमें इनवेस्टमेंट समिट दिल्ली में करनी पड़ी है. गृहमंत्री ने पूछा कि जो समिट के लिए लखनऊ आने को तैयार नहीं है वो इनवेस्टमेंट के लिए कैसे तैयार होगा.