Amit Shah on Asaduddin Owaisi Attack: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर फायरिंग के मामले में अपना बयान जारी किया है. गृह मंत्री ने बताया कि ओवैसी के खतरे का मूल्यांकन कराया गया और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. लेकिन उन्होंने सुरक्षा लेने से इंकार कर दिया है. अमित शाह ने अपील करते हुए कहा, 'मैं उनसे निवेदन करुंगा कि वो तुरंत ही सुरक्षा ले लें.'
गृह मंत्री ने अपने बयान में कहा, 'जब ओवैसी का काफिला सिजारसी टोल प्लाजा पर पहुंचा तो दो अज्ञात लोगों ने उनके काफिले पर गोली चलाई इस घटना में ओवैसी सुरक्षित बच्चे लेकर उनके गाड़ी पर तीन गोलियों के निशान मिले गवाहों ने भी इसकी पुष्टि की पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 के तहत एफ आई आर दर्ज की, जांच जारी है.' साथ ही कहा कि जिला नियंत्रण कक्ष को ओवैसी के किसी कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से दो पिस्तौल और एक गाड़ी बरामद की गई.
अमित शाह ने दी ये जानकारी
अमित शाह ने बताया कि केंद्रीय मंत्रालय ने भी राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय मंत्रालय पहले भी ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने के लिए निर्देश जारी किए गए लेकिन उन्होंने सुरक्षा नहीं ली. खतरे का पुनः मूल्यांकन करवाया गया है और खतरे का आकलन करते हुए ओवैसी को बुलेट प्रूफ गाड़ी के साथ ही जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई. जानकारी के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी ने अभी भी सुरक्षा लेने से इनकार किया है, सदन की तरफ से विनती करूंगा कि वह सुरक्षा लें.
जानें- क्या है पूरा मामला?
3 फरवरी को एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी जब मेरठ और किठौर में रोड शो करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे, उसी दौरान उनकी कार पर दो युवकों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. ओवैसी ने खुद पर हुए हमले की जानकारी ट्वीट करके दी थी. हालांकि कार के आगे खड़े एक आरोपी को ओवैसी की कार चलाने वाले ने टक्कर मार दी, जिससे वो वहीं गिर गया था. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. वहीं दूसरे आरोपी ने गाजियाबाद के एक थाने में जाकर खुद ही सरेंडर कर दिया. आरोपियों का मकसद ओवैसी को जान से मारने का थी लेकिन वे अपनी साजिश में नाकामयाब रहे.
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