Amit Valmiki Reaction on Ghazipur Border Clash: गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी बीजेपी प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि के काफिले पर किसानों की तरफ से हमला हुआ था. इस घटनाक्रम को लेकर अमित वाल्मीकि से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एनएच 9 हाईवे पर बीजेपी के कार्यकर्ता शांतिपूर्वक तरीके से खड़े थे. उन्होंने कहा कि ''मुझे नवनियुक्त जिम्मेदारी मिली है, पार्टी की तरफ से अपने कार्यकर्ताओं से मिलना था. स्वागत के लिए कार्यकर्ता खड़े थे. अचानक किसानों की तरफ से तलवारें, डंडे और लाठियां लेकर हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया गया. सैकड़ों गाड़ियां तोड़ी गईं, महिला कार्यकर्ताओं को चोट आई है, मुझे भी चोट लगी है.''
कार्यकर्ताओं को जान बचाकर भागना पड़ा
अमित वाल्मीकि ने बताया कि गाजीपुर बॉर्डर पर सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा. 60 के करीब गाड़ियां बिल्कुल डैमेज कर दी गईं. आंदोलन में विदेशी फंडिंग हो रही है. हमले की योजना पहले ही तैयार कर ली गई थी. उन्होंने कहा कि बीजेपी की तरफ से मुकदमा पंजीकृत हो गया है, लेकिन किसान भी अब थाने घेरने की बात कर रहे है.
किसानों के बीच में गुंडे बैठे हैं
अमित वाल्मीकि ने कहा कि ''हमला तो बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर हुआ है. किसानों के नेता किसानों को गुमराह कर रहे हैं. सरकार तो किसानों के हित में कार्य कर रही है. ये किसान नेता मीडिया में आने के लिए ऐसा करते हैं.'' अमित वाल्मीकि ने ये भी कहा कि ''उनका रूट तो पहले से ही तय था. किसानों के नेता का बयान दे रहे हैं कि हम मंच पर गए. दरअसल, किसानों की तरफ से हम पर हमला किया गया. किसानों के बीच में ये गुंडे बैठे हैं.''
राकेश टिकैत ने वाल्मीकि समाज का अपमान किया
अमित वाल्मीकि ने कहा कि राकेश टिकैत ने वाल्मीकि समाज का अपमान किया है जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. देशभर में वाल्मीकि समाज, दलित समाज के लोग धरना प्रदर्शन करेंगे. गाजीपुर बॉर्डर की घटना से वाल्मीकि समाज आहत है.
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