Amroha Edication Department: यूपी के अमरोहा में शिक्षा विभाग के कारिंदों का शर्मनाक कारनामा सामने आया है. जिले के गनगेश्वरी (Gaganeshwari) ब्लॉक में गरीब बच्चों के पढ़ने के लिए भेजी गयी किताबों को रद्दी के भाव बेचा गया है. भारी मात्रा में प्राथमिक विद्यालयों की बेसिक शिक्षा विभाग के सत्र 2022-23 की कक्षा एक से आठ तक की हजारों किताबें और कार्य पुस्तिकाओं का स्टॉक कबाड़ी के रिश्तेदार के घर से बरामद हुआ है. इन किताबों को डीसीएम में भर कर के जाया जा रहा था. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
डीसीएम से भेजी जा रही थीं किताबें
दरअसल, मामला सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव कनैंटा का है. यहां एक घर से भारी संख्या में बेसिक शिक्षा विभाग के सत्र 2022-23 की कक्षा आठ तक की किताबें डीसीएम में भरी जा रही थीं. किताबें गंगेश्वरी विकास खंड के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में बांटने के लिए आई थीं, जिन्हें कबाड़ में बेच दिया गया. कुल 120 बंडलों में रखीं इन किताबों की संख्या सात हजार से अधिक बताई जा रही है. ये किताबें फारुख के रिश्तेदार ने उसके घर पर रखीं थी, जो कबाड़ी का काम करता है.
दो गिरफ्तार, कबाड़ी की हो रही तलाश
अस दौरान घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. लेकिन, सूचना मिलने के बाद भी काफी देर तक शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. पुलिस ने ट्रक चालक और फारुख को हिरासत में ले लिया. इधर, बीएसए गीता वर्मा ने थाने में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है. फिलहाल पुलिस आरोपी कबाड़ी की तलाश में जुटी है. इसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर इन किताबों को रद्दी भाव बेचने के मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं.
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बोले डीएम, नहीं बख्शेंगे दोषियों को
इस पूरे मामले में डीएम बीडी त्रिपाठी ने बताया कि फर्म संचालक राजू के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस पूरे मामले की जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अरुण कुमार को सौंप दी गयी है. उन्होंने बताया कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.