Parliament Season 2024: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में दिए गए राहुल गांधी के भाषण के कुछ विवादास्पद अंश हटा दिए गए हैं. राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में भाषण दिया था. हटाए गए अंश में हिंदुओं और कुछ दूसरे धर्मों पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं. अब इसपर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद दानिश अली ने प्रतिक्रिया दी है. 


पूर्व सांसद दानिश अली ने कहा, 'अहंकार और तानाशाही के खिलाफ देश की जानता के साफ जनादेश के बावजूद साहेब और उनके दरबारियों के व्यवहार में परिवर्तन नहीं दिख रहा है. जनादेश को झुठलाने और विपक्ष को दबाने का सिलसिला पहले की तरह ही चल रहा है.' लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) के रूप में राहुल गांधी का सोमवार को पहला भाषण था. इस दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ.



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BJP और RSS पर जुबानी हमला
अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद ने संविधान की एक प्रति और भगवान शिव की तस्वीर लहराई और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा. राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं का उल्लेख करने पर भाजपा सांसदों ने कड़ा विरोध किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दौरान हस्तक्षेप किया.


कांग्रेस सांसद को टोकते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, "पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना बहुत गंभीर मामला है." गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद से भाजपा को हिंसा से जोड़ने के लिए माफी मांगने की मांग की. गृह मंत्री ने राहुल गांधी द्वारा भाजपा को 'हिंसक हिंदुओं' की उपमा दिए जाने पर भी कड़ी आपत्ति जताई और कांग्रेस नेता से माफी मांगने को कहा.


बता दें कि राहुल गांधी के बयान पर जमकर सियासी बयानबाजी हो रही है. विरोधी दलों के नेता उनके बयान पर सवाल खड़े कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस अपने नेता के बचाव में उतर आई है.