Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में अमरोहा (Amroha) के गजरौला थाने के नजदीक संचालित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव होने के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई. उसकी मौत होने से स्वजन भड़क गए और उन्होंने हंगामा करते हुए अस्पताल में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी. इस दौरान अस्पताल का स्टाफ फरार हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस (Amroha Police) भी मौके पर पहुंच गई. वहीं तोड़फोड़ करते समय पीड़ित पक्ष का एक व्यक्ति घायल भी हो गया.
भर्ती कराया गया था अस्पताल में
बता दें कि अमरोहा जनपद के गजरौला धनौरा मार्ग पर स्थित यशलोक नर्सिंग होम संचालित है. गजरौला थाना क्षेत्र के गांव सिहाली गोसाई निवासी राजकुमार की 25 वर्षीय पत्नी रचना उर्फ ज्योति को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार की शाम करीब छह बजे इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अल्ट्रासाउंड कराने के बाद रात करीब साढ़े नौ बजे आपरेशन से प्रसव हुआ. उसने बेटी को जन्म दिया.
अस्पताल पर लगे ये आरोप
शनिवार की सुबह अचानक से प्रसूता की हालत बिगड़ गई. चिकित्सक मौजूद न होने के कारण उसकी मृत्यु भी हो गई. आरोप है कि रात भर अस्पताल में ना तो कोई डॉक्टर आया और ना ही कोई जिम्मेदार कर्मचारी था. इलाज में लापरवाही बरती गई. इससे नाराज होकर स्वजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी.
अस्पताल स्टाफ मौके से फरार
तोड़फोड़ के दौरान मृतका का ननदोई विजेंद्र भी घायल हो गया. जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आक्रोशित स्वजनों को समझाया. इस दौरान अस्पताल का स्टाफ मौके से फरार हो गया. मृत महिला के परिजन भी अस्पताल संचालक को मौके पर बुलाने की मांग पर डटे हैं. गुस्साए परिजनों ने एंबुलेंस से महिला का शव लाकर अस्पताल के गेट पर रख दिया.
सीएमओ ने क्या बताया
इस पूरे मामले में सीएमओ अमरोहा राजीव सिंघल का कहना है कि, मुझे आज दोपहर जानकारी हुई थी और जब मैं हॉस्पिटल पहुंचा तो वहां कोई स्टाफ का कर्मचारी नहीं था और हॉस्पिटल में तोड़फोड़ हुई थी. इस पूरे मामले में अस्पताल को सील कर दिया गया है. ऑपरेशन के वक्त कौन डॉक्टर तैनात थे 2 सदस्य टीम इस पूरे मामले की जांच करेगी. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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