UP Crime News: अमरोहा के थाना आदमपुर में तैनात रहे तत्कालीन इंस्पेक्टर अशोक कुमार शर्मा की मुसीबत बढ़ गई है. गैर जमानती वारंट जारी होने पर पुलिस बोलने से बच रही है. इंस्पेक्टर अशोक कुमार शर्मा की अगुवाई में पुलिस टीम ने जीवित युवती को मृत बताकर पिता, भाई और रिश्तेदार को जेल भेजा था. ऑनर किलिंग की घटना 28 दिसंबर 2019 को सामने आई थी. पुलिस ने तीनों को युवती की हत्या के आरोप में हवालात पहुंचा दिया था. अवैधा तमंचा और कपड़े बरामद कर पुलिस ने बताया था कि युवती की हत्या कर दी गई.
जीवित युवती को मृत बताकर तीन लोगों को भेजा था जेल
परिवार के लोगों ने 15 महीने जेल में बिताए. करीब एक साल बाद 2020 में युवती प्रेमी के साथ जिंदा बरामद हो गई. प्रेमी के साथ फरार हुई युवती का पता हसनपुर तहसील से चला. आदमपुर से युवती का भाई हसनपुर किसी जरूरी काम से जा रहा था. रास्ते में बाइक का पेट्रोल अचानक खत्म हो गया. बाइक रुकने पर सड़क किनारे फरार बहन बच्चों के साथ खड़ी मिली.
छोटे बेटे ने घटनाक्रम गांववालों को बताया. गांववालों के साथ पुलिस ने युवती को बरामद कर लिया. मृत युवती के जिंदा मिलने पर आदमपुर पुलिस की झूठी स्क्रिप्ट का पर्दाफाश हो गया. झूठी कहानी के दम पर पुलिस पीठ थपथपा रही थी. अदालत के आदेश से तीनों को रिहाई मिली. सच्चाई सामने आने पर पुलिस की खूब किरकिरी हुई.
तत्कालीन इंस्पेक्टर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी
पीड़ित परिजनों की तहरीर पर तत्कालीन इंस्पेक्टर समेत 11 पुलिस कर्मियों पर ऑनर किलिंग दिखाकर फर्जी तरीके से जेल भेजने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ. अदालत ने इंस्पेक्टर अशोक कुमार शर्मा, एसआई मोहम्मद आरिफ, एसआई राकेश कुमार, एसआई मनोज कुमार, एसआई विनोद कुमार त्यागी, सिपाही भूपेंद्र सिंह, सिपाही कृष्णवीर सिंह, सिपाही अनिरुद्ध, सिपाही दीपक कुमार, महिला सिपाही अपेक्षा तोमर और महिला सिपाही निधि के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था. आरोपी इंस्पेक्टर अशोक कुमार शर्मा की तैनाती बरेली के आंवला थाने में है. ढाई महीने से गैर हाजिर रहने पर गैर जमानती वारंट जारी हो गया.