अमरोहा: उत्तरखंड के चमोली के तपोवन में आई भयंकर त्रासदी में जो लोग अभी भी लापता हैं, अब उनके परिवार वाले उनकी ज़िन्दगी को लेकर बहुत चिंतित दिखाई दे रहे हैं. ऐसा ही एक परिवार उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले सिविल इंजीनियर विनीत कुमार सैनी का है, जो पिछले एक साल से तपोवन में काम कर रहे थे. परिवार वालों का आरोप है कि ग्लेशियर टूटने के बाद से उनका विनीत से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है और कोई उनकी तलाश भी नहीं कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन भी उनकी कोई मदद नहीं कर रहा है. सब टनल के अंदर फंसे लोगों की ही खोज कर रहे हैं, जबकि विनीत टनल के पास बने डैम के पास काम कर रहे थे, उनका कोई पता नहीं चल रहा. पुलिस प्रशासन को चाहिए कि डैम के पास से लापता लोगों की भी तलाश करे.


परिवारवालों का आरोप सरकार नहीं कर रही मदद


बताया जा रहा है कि, विनीत कुमार सैनी तपोवन में ओम मेटल्स एच एम गेट्स इरेक्शन वर्क्स अंडर हैड्रो मैकेनिकल पैकेज ऑफ तपोवन विष्णु घाट हैड्रो पॉवर प्रोजेक्ट में हाई स्किल्ड के पद पर काम कर रहे थे. विनीत के परिवार ने बताया कि उनकी विनीत से शनिवार शाम को फोन पर बात हुई थी, रविवार सुबह जब हादसा हुआ, उसके बाद से विनीत का फोन नहीं लग पा रहा है और उसका कोई पता नहीं चल रहा. घटना की सूचना टीवी के माध्यम से मिलते ही विनीत के पिता डालचंद सैनी और एक भाई तुरंत घटना स्थल के लिए निकल गये लेकिन वहां से उन्होंने बताया है कि यहां कोई ढूंढ नहीं रहा है. सरकार कोई मदद नहीं कर रही है. सिर्फ टनल के पास ही तलाश की जा रही है, जबकि चरों तरफ तलाश होनी चाहिए.


विनीत के साथ 150 लोग काम करते थे


विनीत की मां राधा रानी ने बताया कि विनीत नवंबर में घर से गया था. विनीत की मां का कहना है कि, विनीत के साथ वाले का भी कोई पता या खबर नहीं मिल पा रही है, जिस जगह विनीत काम कर रहे थे वहां 150 लोग काम करते थे. किसी ने कोई सूचना अभी तक नहीं दी है. विनीत कहां है, किस हाल में है, कुछ पता नहीं चल पा रहा है. विनीति को लेकर अमरोहा में उसके परिवार वाले सदमे में हैं और दुआएं कर रहे हैं कि विनीत सही सलामत मिल जाये.


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