अलीगढ़, एजेंसी। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने 15 दिसंबर को यहां परिसर में हुई हिंसा में गंभीर रूप से घायल हुए शोध छात्र मोहम्मद तारिक को अनुकंपा आधार पर रसायनशास्त्र विभाग में अस्थाई सहायक प्रोफेसर नियुक्त करने का निर्णय लिया है। तारिक पास के फिरोजाबाद शहर के रहने वाले हैं और दैनिक वेतनभोगी परिवार से आते हैं।


जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में तारिक की देखभाल कर रहे उसके दोस्तों के अनुसार तारिक पर भविष्य में परिवार के लिए आजीविका अर्जित करने की जिम्मेदारी होगी। उनके पिता बुजुर्ग हैं तो मां अस्वस्थ रहती हैं। छह भाई-बहनों की जिम्मेदारी भी तारिक पर है। तस्वीर खिंचवाने से इनकार करते हुए ताहिर ने कहा, 'मैं नहीं चाहता कि मेरी मां को मेरी चोटों के बारे में पता चले जो दिल की मरीज हैं।'


उन्होंने हिंसा वाले दिन को याद करते हुए कहा कि वह प्रदर्शन में शामिल नहीं थे और सड़क पर भागते हुए गिर गये जिसके बाद क्या हुआ, पता नहीं। जेएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार तारिक को एक विस्फोट की वजह से चोट आईं। जानकारी के मुताबिक फोरेंसिक विशेषज्ञों की विस्तृत जांच में ही सच सामने आ सकेगा।


एएमयू के प्रवक्ता प्रोफेसर शफी किदवई ने कहा कि तारिक इस पद के लिए पात्रता रखते हैं और कुलपति के पास अनुकंपा आधार पर उन्हें नियुक्त करने का विशेषाधिकार है। किदवई ने बताया कि सामान्य प्रक्रिया के बाद वह स्थाई नियुक्ति के लिए पात्र होंगे।