Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नई सत्र की शुरुआत होते ही अब नई तस्वीरें देखने को मिल रही है. हॉस्टल में रूम अलॉट को लेकर छात्रों को दिक्कतों का सामना  करना पड़ रहा है. जहां नए तरीके से छात्रों को हॉस्टल में रूम अलॉट कराने की बात एएमयू प्रशासन के द्वारा कही गई थी. लेकिन अब सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों को देखनी पड़ रही है. अब से पहले रिसर्च स्कॉलर छात्रों के द्वारा प्रदर्शन करते हुए एएमयू प्रशासन पर उनका सामान बाहर फेंकने और तोड़फोड़ के आरोप लगाए थे. लेकिन अब  रिसर्च स्कॉलर छात्राओं के द्वारा एएमयू प्रशासन पर उन्हें हॉस्टलों से बाहर करने के आरोप लगाए हैं.


छात्राओं को कहना है रिसर्च स्कॉलर के साथ जो बर्ताव किया जा रहा है वह ठीक नहीं है अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन के तमाम अधिकारियों से उनके द्वारा बातचीत की गई लेकिन किसी के द्वारा सुबह से लेकर शाम तक छात्राओं की सुनवाई नहीं की गई,आक्रोशित छात्रों बाबे सैय्यद गेट को बंद करके बाहर बैठ गईं. छात्राओं का कहना है कोविड के दौरान उनके रिसर्च की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई. जिसके चलते वह अपने रिसर्च के कार्य को पूरा नहीं कर पाई.  छुट्टी का हवाला देकर एएमयू के द्वारा उनसे हॉस्टल खाली कराए गए.


बाबे सैयद गेट पर छात्रों ने किया प्रदर्शन
हॉस्टल में प्रवेश मांगा गया तो छात्राओं को हॉस्टल के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया. उनके द्वारा तमाम अधिकारियों से बातचीत की. लेकिन किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गई. इसके बाद छात्राओं के द्वारा अपना सामान लेकर एएमयू के बाबे सैयद गेट के बाहर बैठना ही उचित समझा छात्राओं का कहना है. सुबह से अधिकारियों के चक्कर लगा लगाकर थक गई है. लेकिन किसी अधिकारी के द्वारा उनको हॉस्टल प्रोवाइड नहीं कराया गया. जिसके चलते देर रात जब कोई आशियाना नहीं मिला तो छात्राएं यहां बाबे सय्यद गेट बंद कर सड़क पर ही बैठ गई,


क्या बोली रिसर्च स्कॉलर छात्रा इशरत
पूरे मामले को लेकर रिसर्च स्कॉलर छात्रा इशरत के द्वारा बताया गया वह लड़की होकर भी अधिकारियों के चक्कर काटती रही. लेकिन उनको सिर्फ आश्वासन मिला हॉस्टल नहीं मिला. समर वेकेशन के नाम पर उनसे हॉस्टल खाली कराए गये. अब उनको हॉस्टल मुहैया नहीं कराए गए. जब उनके द्वारा एएमयू प्रशासन से बातचीत की गई तो एएमयू प्रशासन का कहना है,आप की पढ़ाई पूरी हो चुकी है. जबकि रिसर्च स्कॉलर की पढ़ाई कोरोना के दौरान अधूरी रह गई थी. लेकिन काम अभी बाकी रह गया  है. 


विवि प्रशासन उनके साथ कर रहा भेदभाव
 छात्राएं अपनी कागजी कार्रवाई को पूरा करते हुए रिसर्च स्कॉलर की पूरी पढ़ाई करना चाहती है. लेकिन एएमयू प्रशासन के द्वारा उन्हें रूम अलॉट नहीं कराए गए. जबकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 150 रिसर्च स्कॉलर है. जिनमें से महज 7 रिसर्च स्कॉलर छात्राओं को परेशान किया जा रहा है. यह एएमयू प्रशासन उनके साथ भेदभाव कर रहा है. और उनको रूम अलॉट नहीं कर रहा जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. छात्राओं का कहना है, सभी अधिकारियों से देर रात तक बातचीत की गई. लेकिन कोई हल नहीं निकला.


क्या बोले प्रॉक्टर वसीम अली
पूरे मामले को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर वसीम अली व डीएसडब्लू प्रोफेसर रफीउद्दीन देर रात छात्राओं को समझाने के लिए बाबे सय्यद गेट पर पहुचें उनके द्वारा 12 बजे के लगभग छात्राओं को समझाते हुए बाबे सैय्यद गेट को खुलवाते हुए,छात्राओं को होस्टल में भेजते हुए उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है, अब देखना यह हुआ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हॉस्टल को लेकर हर रोज छात्रों के प्रदर्शन एएमयू प्रशासन रोक पाएगा या फिर नहीं.


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