Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 24 जुलाई को 3 बदमाशों के द्वारा दिनदहाड़े एएमयू कर्मचारी नदीम व उनके भाई कलीम को गोली मार दी गई. जिनको जेएनएमसी मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान नदीम की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्टाफ यूनियन की तरफ से कैंडिल मार्च निकालकर मृतक नदीम को श्रद्धांजलि दी गई. साथ ही एएमयू प्रशासन से परिजनों को नौकरी और मुआवजा देने की मांग के साथ जिला प्रशासन से घटना में संलिप्त लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की गई है.

एएमयू के कर्मचारियों का कहना है कि एएमयू प्रशासन की लापरवाही से आज उनका साथी उनके बीच नही रहा. एएमयू कर्मचारी के बेटे का कहना है. घायलों का जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था. रविवार 28 जुलाई को नदीम को मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. इधर इस मामले में पुलिस अब तक 3 आरोपियों को जेल भेज चुकी है. एएमयू कर्मचारी का कहना है जिस तरह से घटना हुई है. इसको लेकर अभी प्रशासन को और अलर्ट रहने की जरूरत है.

घटना को लेकर एएमयू प्रशासन का बड़ा रोल
पिता की मौत पर नदीम के बेटे अबू सीना ने कहा कि हमारी आपसी रंजिश चल रही है. पुलिस ने बहन से जुड़े पहले मुकदमे में मुख्य आरोपी तालिब को बचाया था. दूसरे मुकदमे में जब पिता पर हमला हुआ, तभी उसे बचाया था. पता नहीं, पुलिस का तालिब से क्या रिश्ता है. साथ ही जिस तरह से घटना हुई है. उसको लेकर एएमयू प्रशासन का बहुत बड़ा रोल है,अगर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन अलर्ट होता तो कैंपस के अंदर आवारा तत्व प्रवेश नहीं कर पाते. हथियारों के बल पर यह फायरिंग नहीं होती तो उनके पिता की जान नहीं जाती.

तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पूरे मामले को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर वसीम अली का कहना है कि 24 जुलाई को जो घटना हुई है. इसको लेकर एएमयू प्रशासन की सिंपैथी परिवारजनों के साथ है. आज कर्मचारियों के द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया है. एक  ज्ञापन उनको दिया गया है. उस पर एएमयू प्रशासन के द्वारा विचार किया जाएगा. कर्मचारी एएमयू में तैनात थे, घटना को लेकर थाना सिविल लाइन पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी. तीन आरोपी पूरे मामले में अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं.


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