लखनऊ, एजेंसी। आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ ली । उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति गोविन्द माथुर ने राजभवन में आयोजित समारोह में आनंदीबेन को नये राज्यपाल पद की शपथ दिलायी। पूर्व राज्यपाल राम नाईक परंपरा से हटकर आनंदीबेन पटेल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए ।


राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 20 जलाई को आनंदीबेन पटेल को उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया था । इससे पहले वह मध्य प्रदेश की राज्यपाल थीं। आनंदीबेन प्रदेश की 34वीं राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के गठन के बाद 25वीं राज्यपाल हैं। सुबह वे अमौसी एयपोर्ट पहुंची। जहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मंत्रिमंडल के सदस्यों ने स्वागत किया। इससे पहले उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।


गुजरात से यूपी का रिश्ता हुआ गहरा

उत्तर प्रदेश का गुजरात से खास नाता है। आजादी के बाद यूपी नाम होने पर यहां के पहले राज्यपाल केएम मुंशी का भी गुजरात से नाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजरात से हैं और उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सांसद हैं। इस तरह आंनदीबेन पटेल के राज्यपाल पद नियुक्त होने से गुजरात से यूपी का रिश्ता और गहरा हो गया है।

2017 में आनंदीबेन ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इसके बाद 2018 में मध्य प्रदेश में राज्यपाल के तौर पर उनकी नियुक्त हुई। साथ ही उन्हें छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया।