बलरामपुर, एबीपी गंगा। यूपी के बलरामपुर जिले में आवारा जावनरों पर किसानों का गुस्सा इस कदर फूट पड़ा कि उन्होंने अपने खेतों के आसपास मंडराने वाले छुट्टा जानवरों को खदेड़ कर प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। दरअसल, इलाके में धीरे धीरे छुट्टा जानवरों की संख्या करीब 100 से 200 के आसपास हो गई है। जिस वजह से गुस्साए किसानों ने ये कदम उठाया है।
वहीं, प्राथमिक विद्यालय में जानवरों के बंद किए जाने की सूचना मिलते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और आनन-फानन में बीएसएम व एसडीएम सहित पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर जानवरों को विद्यालय से हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी।
मामला कोतवाली नगर क्षेत्र के गोंदीपुर महेशभारी का है, जहां ग्रामीणों ने अपने खेतों को हो रहे नुकसान व छुट्टा जानवरों से आजिज आकर उन्हें खदेड़ कर पास के ही प्राथमिक विद्यालय गोंदीपुर महेशभारी व पूर्व प्राथमिक विद्यालय गोंदीपुर महेशभारी के प्रांगण में बंद कर दिया। छुट्टी का दिन होने के कारण न तो शिक्षक मौजूद थे और न ही बच्चे।
ग्रामीणों ने इससे पहले कई बार अधिकारियों से छुट्टा जानवरों को पकड़वाये जाने की गुजारिश भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई ना होने पर ग्रामीणों ने जानवरों को विद्यालय में बंद कर दिया। विद्यालय में जानवरों के बंद किए जाने की सूचना पर बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिहर प्रसाद व उपजिलाधिकारी नरेंद्र कुमार सहित पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से मानमनौवल का प्रयास किया। जिसके बाद एसडीएम ने ट्रक मंगवाकर और ट्रकों में गोवंश को लदवाकर गौशालाओं तक पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी। फिलहाल अभी विद्यालय के प्रांगण में सैकड़ों छुट्टा जानवरों का जमावड़ा लगा हुआ है।
पूरे मामले पर बीएसए हरिहर प्रसाद ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा यह सूचना मिली थी कि आसपास के ग्रामीणों ने छुट्टा जानवरों को लाकर प्राथमिक विद्यालय महेश भारी में बंद कर दिया है। जिसके बाद मैं व एसडीएम तथा पुलिस टीम मौके पर पहुंचे हैं। अभी विद्यालय में करीब 200 से ढाई सौ गाय बंद हैं। इसमें सभी गाएं छुट्टा जानवर नहीं हैं। इनमें 50 परसेंट गाय पालतू गाय हैं, जिन्हें ग्रामीणों ने लाकर यहां बंद कर दिया है। जिन को हटाने की व्यवस्था की जा रही है। इनको सकुशल कहीं सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा, क्योंकि कल विद्यालय खुलना है। इसलिए गायों को जल्द से जल्द हटाया जाएगा, जिससे साफ सफाई हो जाए और विद्यालय समय से खुल सके।
एसडीएम नरेंद्र कुमार ने कहा कि जिलाधिकारी के आदेश पर 1 अगस्त से 7 अगस्त तक के बीच निराश्रित गांव गौवंशों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत 2 दिनों के भीतर करीब डेढ़ सौ से 200 पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। इसी के चलते महेश्वरी गांव में आसपास के कुछ शरारती तत्वों ने यह अफवाह फैला दी कि कल गांव से पकड़कर पशुओं को सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा। जिसके बाद शरारती तत्वों ने छुट्टा जानवरों सहित दुधारू पशुओं को भी प्राथमिक विद्यालय में लाकर बंद कर दिया। जिसकी सूचना पर हम लोग यहां आए हैं और इन पशुओं को सुरक्षित स्थान पर भेजने की कवायद चल रही है साथ ही जिन भी शरारती तत्वों ने ऐसा काम किया है उनके विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।