UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य विभाग के मंत्री और चित्रकूट (Chitrakoot) धाम मंडल (Dham Mandal) के प्रभारी मंत्री डॉक्टर संजय निषाद (Sanjay Nishad) शुक्रवार को धर्म नगरी चित्रकूट पहुंचे. जहां शहर के डाक बंगले में सरकार के 100 दिनों के कामकाज को गिनाया है. प्रभारी मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने उत्तर प्रदेश सरकार की चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को गिनाकर अपने विभाग के 100 दिनों के कामकाज को बताया है.


क्या बोले मंत्री?
प्रभारी मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने बताया है कि मत्स्य विभाग ने 100 दिनों में रीवर रिंचिंग का काम करवाया है. मत्स्य के क्षेत्र में लोगों को रोजगार मिले इसके लिए मत्स्य विभाग को आधुनिकरण किया जा रहा है. पहले की पिछली सरकार की गलत नीतियों की वजह से जाल लगाकर मछलियों को मार दिया जाता था. लेकिन सरकार अब मत्स्य के क्षेत्र में भी लोगों को रोजगार देने के लिए बढ़ावा दे रही है. 


उन्होंने प्रेस वार्ता कर समर्थन का एलान किया है. मैं तो 2018 में अखिलेश यादव के साथ रहा हूं, मुझसे ज्यादा अनुभवी कोई नहीं होगा. वहां जब तक मुलायम सिंह थे तब तक समाजवाद था, असली समाजवाद अब बीजेपी में है. लोहिया के नीतियों का बीजेपी कर रही है. हर जाति को बिना भेद-भाव राजनीति सुरक्षा न्याय और विकास के रास्ते ले जाने का काम कर रही है. 


कौन हैं अखिलेश यादव के 'नवरत्न', ओम प्रकाश राजभर ने बिना नाम लिए सपा प्रमुख के चाचा पर यूं साधा निशाना


मछलियों का बन रहा आधार कार्ड
मंत्री ने कहा है कि हम प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत लोगों को अनुदान देकर उनको रोजगार का अवसर दे रहे हैं. इसके साथ ही यूपी के तेलीबाग में मत्स्य अनुसंधान केंद्र है, जहां आदमी की तरह मछलियों को भी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं. मछलियों के बीट्स डालकर उनको बड़ा कर नदियों में डाला जा रहा है. जिससे पानी को शुद्ध रखने के लिए मछली सबसे अच्छी है.


वहीं प्रभारी मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को बनाए जाने पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि मैं धन्यवाद दूंगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा साहब को. जिन्होंने किस देश में ऐसे निचले पायदान में रहने वाले ऐसे अंतिम व्यक्ति, अंत्योदय की जीवन में उदय हो आदिवासी जाती से लाये. वहीं महिला को लाये और पहले राष्ट्रपति के चुनाव में कैसे लोग आते थे. अब देखिए दो बार से पहले अनुसूचित जाति से अब जनजाति से और उनके लिए जो-जो भी सहयोगी दल समर्थन में आये चाहे मैं हूँ, अपना दाल हो और ओम प्रकाश भाई का हो, मैं तहे दिल से स्वागत करता हुआ.


ये भी पढ़ें-


अमित शाह से मुलाकात पर ओम प्रकाश राजभर का बड़ा खुलासा, क्या अब सपा गठबंधन में रहेंगे?