Ankita Bhandari Murder Case: बेटी की हत्या से गमगीन अंकिता भंडारी की मां ने सोमवार को अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है क्योंकि उन्हें अंतिम समय में अंकिता का मुंह भी नहीं देखने दिया गया. उन्होंने कहा, "रात को अंतिम संस्कार करने की क्या जरूरत थी. जब इतना रुक गए थे तो एक दिन और रुक जाते. सबसे बड़ा गुनाह तो उन्होंने (सरकार ने) यह किया कि मुझे अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देखने दिया."
पौड़ी जिले के श्रीनगर से 23 किलोमीटर दूर श्रीकोट गांव में सांत्वना देने आए लोगों की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि एक मां के साथ सबसे बड़ा अन्याय तो यही है कि वह अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देख पाई. अंकिता भंडारी की मां ने बताया कि उन्हें अस्पताल में रखा गया था और बेटी के अंतिम संस्कार की बात, उन्हें तब पता चली जब उन्हें घाट चलने के लिए कहा गया.
सरकार पर गंभीर आरोप
उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही कह दिया था कि अंतिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक अंतिम संस्कार न किया जाए, लेकिन सरकार ने जबरन अंतिम संस्कार कर दिया. उन्होंने बेटी की हत्या के आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे की सुरक्षा की भी चिंता है क्योंकि आरोपी रसूखदार लोग हैं. अंकिता की मां ने कहा, ‘‘आरोपियों को जिंदा रहने का हक नहीं है और जघन्य अपराध करने वालों को जिंदा जला दिया जाना चाहिए.’’
बता दें कि अंकिता भंडारी 18 सितंबर से लापता थी. जिसके बाद पांच दिन बाद उसका शव बरामद किया गया. वो ऋषिकेश के वनतारा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही थी. ये रिसॉर्ट पूर्व बीजेपी नेता के बेटे पुलकित आर्य का है. कथित तौर पर पुलकित आर्य और उसके दो कर्मचारियों पर अब अंकिता भंडारी की हत्या का आरोप लगा है.
ये भी पढ़ें-