Ankita Bhandari Murder: उत्तराखंड (Uttarakhand) स्थित ऋषिकेश (Rishikesh) में अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder) के बाद अब कई पुराने राज फिर से खुलने लगे हैं. हालांकि पुलिस ने 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन अब इस मामले में पुलिस एक खुलासा हुआ है. बताया जाता है कि ऋषिकेश में जिस रिसॉर्ट में अंकिता काम करती थी, उसके पास के गांव तल्ला बनास गांव के लोगों ने पहले अवैध रिसॉर्टस की शिकायत की थी.
चिट्ठी के आधार पर बताया गया है कि अवैध रिसोर्टस के संबंध में आसपास के ग्रामिणों द्वारा पहले भी प्रशासन को लिखित शिकायतें दी गई थीं. लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. ये शिकायत तल्ला बनास गांव के लोगों द्वारा लिखित रूप में किया गया था. चिट्ठी एसडीएम यमकेश्वर पौड़ी को लिखी गई थी. जिसक गांव के लोगों ने चिट्ठी लिखित थी, उसके बाद अगला गांव गंगा भोगपुर है. जहां के रिसॉर्टस में अंकिता भंडारी काम करती थी.
कब हुई थी शिकायत
ये चिट्ठी तल्ला बनास गांव के जगमोहन सिंह के द्वारा लिखी गई थी. इन्होंने परिवारिक जमीन पर किसी रिसार्ट वालों द्वारा अवैध कब्जा करने के साथ ही सरकारी जमीन पर कब्जा करने का दावा किया था. शिकायकर्ता द्वारा चिट्ठी में सरकारी रास्ते की जमीन कब्जा करने की बात भी लिखी गई थी. जिसे प्रशासन द्वारा अवैध कब्जे से मुक्त कराए जाने की अपील की गई थी.
चिट्ठी 30 जनवरी 2021 को लिखी गई थी. शिकायतकर्ता ने चिट्ठी में पौड़ी गढ़वाल जिला मजिस्ट्रेट, राजस्व उप निरीक्षक कांडाखाल जमकेश्वर और तल्ला बनास के ग्राम प्रधान से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग रखी थी. अंकिता पर रिजॉर्ट के मालिक ने गलत करने का दबाव बनाया था लेकिन अंकिता ने इससे इनकार कर दिया जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. आसपास के लोगों का कहना है कि इस रिजॉर्ट में गलत तरह के काम होते थे, जिसके बाद अब जाकर प्रदेश सरकार की नींद खुली है.
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