Ankita Bhandari Murder: उत्तराखंड (Uttarakhand) स्थित ऋषिकेश (Rishikesh) के वनतारा रिसॉर्ट (Vanatara Resort) की महिला रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की मौत हुई थी. हालांकि अंकिता भंडारी की मौत कैसे हुई इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. जबकि मृतक का अंतिम संस्कार रविवार देर शाम को हो गया. दूसरी ओर रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला कर प्रशासन द्वारा सबुत मिटाए जाने का आरोप लगा रहा है. जिसपर अब डीआईजी और जांच के लिए गठित एसआईटी (SIT) की प्रभारी पी रेणुका देवी (PR Devi) का बयान आया है.
अंकिता भंडारी हत्याकांड में गठित एसआईटी की प्रभारी पी रेणुका देवी ने कहा, "फॉरेंसिक टीम ने वनतारा रिसॉर्ट को तोड़े जाने से पहले (24 सितंबर को) सभी सबूत इकट्ठे कर लिए थे. फोरेंसिक जांच में इस्तेमाल होने वाले सभी सबूत सुरक्षित हैं. आगे की जांच जारी है." इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम के रिसॉर्ट में जाने और वहां जांच के बाद वापस लौटने की तस्वीरें भा सामने आई हैं.
लग रहे थे ये आरोप
दरअसल, बीते दिनों वनतारा रिसार्ट पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद से ही कई तरह के सवाल उठ रहे थे. जिसमें कहा जा रहा था कि रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाकर सबूत मिटाने का प्रयास किया गया है. अब जब मामले ने ज्यादा तूल पकड़ी तो एसआईटी प्रभारी ने खुद इस मुद्दे पर बयान दिया है. इससे पहले रिजॉर्ट पर बुलडोजर किसके कहने पर चलावाया गया? इसका जवाब जिला प्रशासन नहीं दे पा रहा था.
रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद से ही यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि साक्ष्य छुपाने के लिए हड़बड़ी में रातोंरात बुलडोजर चलवा दिया गया. जबकि जांच अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि सभी साक्ष्य सुरक्षित हैं, वे नष्ट नहीं हुए हैं. इन सवालों के बीच पौड़ी के जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए थे कि आखिर किसके कहने पर वनतरा रिजॉर्ट पर यह कार्रवाई हुई. यमकेश्वर के एसडीएम को आदेश दिया गया है कि वह सात दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपें.
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