वाराणसी में पैसे लेकर नेपाली बना था स्थानीय युवक, वायरल वीडियो में शामिल होने के लिए दिए गए थे पैसे
वाराणसी पुलिस ने इस मामले में अभी तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी अरुण पाठक अभी भी फरार है. पुलिस के मुताबिक, सबसे पहले उसके ही अकाउंट से वीडियो अपलोड हुआ था.
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वाराणसीः उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कथित तौर पर नेपाली युवक का सिर मुंडवाने की घटना में पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि घटना के वायरल वीडियो में जिस युवक को नेपाली बताया जा रहा है, वो वाराणसी का ही रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक, वह शख्स मानसिक तौर पर अस्वस्थ है और आरोपियों ने उसे एक हजार रुपये देकर वीडियो में शामिल किया.
वाराणसी का ही रहने वाला है पीड़ितः पुलिस
वाराणसी पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया कि वीडियो में दिखाया गए व्यक्ति के परिवार के लोग वहीं सरकारी कर्मचारी हैं. पुलिस ने अपने बयान में कहा, “अबतक 6 लोग गिरफ्तार. वीडियो में दिखाया गया व्यक्ति भारतीय नागरिक है, जिनका वाराणसी में जन्म हुआ और परिवार के लोग सरकारी सेवा में कार्यरत हैं.”
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— Varanasi Police (@varanasipolice) July 18, 2020
वायरल वीडियो में कुछ लोग एक शख्स का सिर मुंडवाते हुए दिख रहे हैं और उस पर ‘जय श्री राम’ लिखते दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यह शख्स नेपाल का है, जिसे आरोपी नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ नारेबाजी करने का दबाव डाल रहे हैं.
वीडियो में पीड़ित शख्स नेपाली भाषा में बात कर रहा है, लेकिन पुलिस अभी इस बात की जांच कर रही है कि क्या वह नेपाली मूल का है या नहीं. पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़ित शख्स वाराणसी में ही रहता है और उसके पास भारतीय वोटर आईडी और आधार कार्ड भी है.
एक हजार रुपये देकर वीडियो में किया शामिल
पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि 2 की गिरफ्तारी शनिवार को हुई. हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी अरुण पाठक अभी भी फरार है. उसके खिलाफ वाराणसी के भेलूपुर इलाके में एफआईआर दर्ज की गई है और विश्व हिंदू सेना संगठन से उसके तार जुड़े बताये जा रहे हैं.
वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने बताया है कि अरुण पाठक के अकाउंट से ही वीडियो अपलोड हुआ था. उन्होंने बताया कि पीड़ित व्यक्ति से संपर्क करने के बाद पता चला कि वह आरोपियों को बात करते हुए सुन रहा था और उनके कहने पर उन लोगों के साथ चला गया. एसएसपी के मुताबिक आरोपियों ने वीडियो में शामिल होने के लिए उसे एक हजार रुपये भी दिए.
पीड़ित का चल रहा इलाज
वहीं अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने वाराणसी के एसपी विकास चंद्र त्रिपाठी के हवाले से बताया कि पीड़ित शख्स यहीं एक दुकान में काम करता है और उसकी मानसिक स्थिति असामान्य है. एसपी ने हालांकि पीड़ित की पहचान बताने से इंकार कर दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि मानसिक बीमारी को लेकर उसका इलाज चल रहा है.
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