UP Assembly Election 2022: सोनेलाल पटेल ने 4 नवंबर 1995 को अपना दल की स्थापना की थी. अपना दल की स्थापना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में पटेल और कुर्मियों को अपने साथ लाना था. जब अपना दल की स्थापना सोनेलाल पटेल ने की थी तो उन्होंने यह सोचा नहीं होगा कि अपना दल में इतना विवाद हो जाएगा. मां, बेटी और दामाद एक दूसरे के दुश्मन हो जाएंगे. अब अपना दल दो भागों में बंटा है. 2009 में अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई. वहीं, 2009 में ही अनुप्रिया पटेल ने आशीष पटेल से शादी कर ली.
साल 2002 में अनुप्रिया पटेल वाराणसी के रोहनिया विधानसभा विधायक बनीं. वहीं, अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को बढ़ाते हुए 2014 में उन्होंने मिर्जापुर से बीजेपी के साथ गठबंधन करते हुए सांसद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. सांसद का चुनाव जीतने के बाद ही परिवार में झगड़ा शुरू हो गया. उनकी मां का कहना था कि जब अनुप्रिया पटेल खुद ही 2012 में विधायक थीं तो 2014 में सांसद का भी चुनाव खुद क्यों लड़ीं, उनको मुझे लड़ाना चाहिए था. इसी वजह से विवाद शुरू हो गया. विवाद शुरू होने के साथ-साथ इतना बढ़ा कि संपत्ति का विवाद भी शुरू हो गया.
जानें क्या है पूरा विवाद
दरअसल, अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की चार बेटियां हैं. इसमें सबसे बड़ी पारुल पटेल, दूसरे नंबर पर पल्लवी पटेल, तीसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल हैं और चौथे पर नंबर पर अमन पटेल हैं. अमन अपनी मां के साथ रहती हैं और अनुप्रिया पटेल के समर्थक हैं. अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद होने के साथ केंद्र में मंत्री भी हैं.
अनुप्रिया पटेल की राजनीति को देखते हुए पल्लवी पटेल जो अब तक कानपुर की सभी सम्पतियों की देखभाल कर रही थीं, उनकी भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा बढ़ने लगी. वह भी अब कृष्णा पटेल के साथ मिलकर जिलों का दौरा शुरू करने लगी हैं और रैली, बैठकों में दिखाई देने लगी हैं. साथ ही अपना दल कमेरावादी ने सपा के साथ राजनीतिक गठबंधन कर लिया है.
अब यह विवाद आरोप प्रत्यारोप से बढ़कर कोर्ट में पहुंच गया है. अमन पटेल ने कोर्ट में दायर की गई याचिका में मांग की है कि बड़ी बहन पल्लवी पटेल को दी गई संपत्ति की वसीयत रद्द की जाए. संपत्ति से सम्बंधित ट्रस्ट की मालकियत दूसरे को स्थानांतरित करने पर कोर्ट से रोक लगाने की भी मांग उन्होंने की है. इस मामले में कहा जा रहा है कि पल्लवी ने सोनेलाल की संपत्ति अपने नाम धोखे से वसीयत करा ली थी. वसीयत रद्द करने के लिए याचिका अमन ने दाखिल की है.
कृष्णा पटेल ने कही ये बात
अपना दल कमेरावादी पार्टी की मुखिया कृष्णा पटेल पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनके परिवार में जो चल रहा है उसके पीछे बीजेपी और आशीष पटेल हैं. साथ ही कहा कि सोनेलाल पटेल की प्रॉपर्टी में हो रहे विवाद में अमन पटेल को मोहरा बनाया जा रहा है. समय आने पर अमन को पता चल जाएगा. साथ ही कहा कि हमने अनुप्रिया को उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, विधायक, सांसद हमने बनाया है. अपने दामाद आशीष को लेकर कहा कि हमारे घर के विवाद में हस्तक्षेप करने का हक आशीष को नहीं है. बता दें कि कल ही अमन पटेल ने अखिलेश यादव को भावुक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपने हक और अधिकार छीनने की बात कही थी.
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