Pilibhit News Today: उत्तर प्रदेश सरकार के जरिये चलाए जा रहे 'नायिका कार्यक्रम' के तहत पीलीभीत के केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा को एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया. जिलाधिकारी बनने के बाद छात्रा ने पीलीभीत के डीएम ऑफिस में बैठकर जन समस्याएं सुनी और निस्तारण के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. 


इसके अलावा एक दिन की जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट कंपाउंड का निरीक्षण किया. इस दौरान वह काफी खुश नजर आई. दरअसल, केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 11 में पढ़ने वाली छात्रा अपराजिता उपाध्याय को मंगलवार (1 अक्तूबर) को नायिका कार्यक्रम के तहत एक दिन का डीएम बनाया गया. 


अधिकारियों ने किया स्वागत
इस दौरान एक दिन के डीएम को फूलों का गुलदस्ता देकर तमाम अधिकारियों ने स्वागत किया. अपराजिता उपाध्याय ने पीलीभीत के जिला अधिकारी के कार्यालय में बैठकर दूर-दराज से समस्याएं लेकर आए लोगों की फरियाद सुनी, उन्होंने फोन पर अधिकारियों को निर्देश जारी किए. 


एक दिन की डीएम ने की जनसुनवाई
जनसुनवाई के दौरान अपराजिता उपाध्याय के समक्ष बीसलपुर इलाके की एक शिकायत आई, जिसमें किसान ने बताया कि बिजली विभाग ने नियम विरुद्ध तरीके से उनके खेत की तरफ एक पोल लगा दिया है. जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है.


इसके बाद एक दिन की डीएम अपराजिता उपाध्याय ने बिजली विभाग बीसलपुर के अधिशासी अभियंता को फोन कर, इस समस्या के तत्काल निस्तारण करने का आदेश दिया. 


'डीएम बनने की मिली प्रेरणा'
मीडिया से बातचीत में एक दिन की कलेक्टर अपराजिता ने कहा कि मैं बचपन से ही डीएम बनना चाहती थी, आज एक दिन का डीएम बनकर काम काज को समझने का मौका मिला. इससे मुझे डीएम बनने के लिए प्रेरणा मिली है.


क्या है नायिका कार्यक्रम?
उत्तर प्रदेश सरकार के इस अनूठे कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में प्रशासन सहित अन्य सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली की समझ विकसित करना, जिससे वह सामाजिक कल्याण अहम योगदान दें. इसी अनूठी के पहल के तहत केंद्रीय विद्यालय के 10वीं कक्षा की छात्रा अपराजिता उपाध्याय को एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया था.


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