Ayodhya News: अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर भक्तों का खास ख्याल रखा जाएगा. यहां प्रथम तल में कुल 14 दरवाजे होंगे जिसमें गर्भ गृह जहां रामलला विराजमान होंगे उस दरवाजे को छोड़कर 13 दरवाजे श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए होंगे. यह दरवाजे लकड़ी के होंगे यह किसी धातु के और इस पर डिज़ाइन कैसी होगी इस पर भी चर्चा हो गई है मंदिर का यह वही प्रथम तल होगा जो जनवरी 2024 में राम भक्तों को दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा .


22 करोड़ के चेक बाउंस होने की जानकारी नहीं
इसी के साथ 22 करोड़ के चेक बाउंस होने को लेकर राम मंदिर ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने साफ कर दिया है कि ऐसी कोई जानकारी उनके पास नहीं है और यह सब मनगढ़ंत बातें हैं. वहीं ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा कि कभी-कभी जो रामभक्त दान देते हैं उसमें कई तकनीकी खामियां हो जाती हैं जिसके कारण चेक बाउंस होते हैं इतने बड़े कार्य में ऐसी छोटी छोटी बातें हुआ करते हैं.


प्लिंथ का काम लगभग पूरा
अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए चरणबद्ध योजना बनाई गई है प्लिंथ का कार्य लगभग पूरा होने वाला है. राम मंदिर के लिए तराशी गई शिलाओं को तांबे की पत्तियों से जोड़ा जा रहा है दिसंबर 2023 तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. जनवरी के दूसरे सप्ताह में रामलला को अस्थाई मंदिर से भव्य और दिव्य मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित कर दिया जाएगा. प्रथम तल में दर्शनार्थियों के आने जाने के लिए 13 दरवाजे होंगे जबकि 14वां दरवाजा गर्भ गृह का होगा इन दरवाजों की डिजाइन और धातुओं का चयन हो चुका है.


 



राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण कार्य को लेकर हुई बैठक


इस पर अभी अगली बैठक में फिर विचार होगा. इसी के साथ जब प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा होगा उस समय 25000 दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए व्यवस्था होगी इन व्यवस्थाओं में विश्राम करने और बैठकर खाने पीने की व्यवस्था भी शामिल होगी इसी के साथ साथ गर्भ गृह और मंदिर के फर्श की डिजाइन और राम जन्मभूमि परिसर के भू स्थलीय विकास पर भी चर्चा हुई .


गर्भगृह तैयार होने पर होगी भगवान की प्राण प्रतिष्ठा
अनिल मिश्रा का कहना है कि गर्भगृह के प्रथम तल का निर्माण होगा गर्भगृह तैयार हो जाएगा फिर भगवान के प्राण प्रतिष्ठा होगी तो फर्श कैसी होगी उसके ऊपर की डिजाइनिंग कैसी रहेगी मार्बल का जो पत्थर है कैसे उसका वर्क होगा उसके प्रकार वह कैसे सही समय से लग सके उसकी निश्चित चर्चा उसके विशेषज्ञों के साथ हुई है.

साथ ही साथ मंदिर बन रहा है तो उसमें दरवाजे भी लगेंगे तो दरवाजों में से 14 दरवाजे हमारे ग्राउंड फ्लोर पर लग रहे हैं गर्भगृह के दरवाजे के साथ-साथ 13 दरवाजे और लगेंगे. वो दरवाज़े कैसे हो और उन दरवाजों की डिजाइनिंग कैसी होगी इस पर भी चर्चा हुई है. इस प्रकार से यह बात आगे बढ़ रही हैं. अभी मंदिर के साथ-साथ उस परिसर में यात्री सुविधा वहा 25000 यात्रियों के सामान रखने की व्यवस्था लोगो के बैठने प्रतीक्षा करने की व्यवस्था खाने पीने की व्यवस्था विश्राम करने की व्यवस्था, आने जाने के मार्ग की व्यवस्था यह अब लगभग पूरी तरीके से इस पर चर्चा हो गयी है.


लैंड स्केपिंग होगी मुख्य आकर्षक का केंद्र
उन्होंने कहा आने वाले कुछ दिनों में उसको हम लोग प्राधिकरण में प्रस्तुत करके उसका नक्शा पास करा करके निर्माण कार्य प्रारम्भ कर देंगे. इस निर्माण कार्यों के साथ साथ लैंड स्केपिंग यानि की भू स्थलीय विकास जो आने वाले दर्शानार्थियों के लिए मुख्य आकर्षक का विषय होगा भगवान मर्यादा पुरुषोत्म राम के रामायण कालीन दृश्यों के साथ ऐसा लैंड स्केपिंग हो उसको भी विकसित करने के लिए आज चर्चा हुई हैं लैंडस्केपिंग के लिए इंगेज किया गया हैं आगे उसकी डिज़ाइन प्रस्तुत करेंगे. इस प्रकार से आगे हमारा मंदिर प्रारम्भ हो तब तक लैंड स्केपिंग भी हो जाए इसकी योजना रचना पर आज चर्चा हुई हैं ये काम भी आगे बढेगा.

वहीं इन दिनों श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए जो सहयोग राशि राम भक्तों द्वारा दी गई उसमें 22 करोड़ के चेक बाउंस होने की खूब चर्चा हो रही थी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्र ने साफ कर दिया है कि अभी तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए 3200 करोड़ की धनराशि बैंक खाते में आ चुकी है. उन्हें करोड़ों के चेक बाउंस होने को लेकर कोई जानकारी नहीं है.


उन्होंने सवाल भी किया कि देश के अलग-अलग बैंकों में सहयोग राशि आ रही है बाउंस हुए चेकों का विवरण आपको कहां से मिला. उन्होंने ट्रस्ट कार्यालय के व्यवस्थापक द्वारा दी गई जानकारी को भी भ्रामक बताया कहा इसका विवरण या तो एकाउंट विभाग बता सकता है या फिर बैंक बता सकता है.


32 सौ करोड़ की धनराशि राम भक्तों ने समर्पित की
अनिल मिश्रा का कहना है कि हम ने पहली बार ही कहा था 32 सौ करोड़ की धनराशि सभी राम भक्तों ने समर्पित किया है और वो हमारे बैंक खाते में आ चुकी हैं जिनकी घोषणा नहीं हो पाई यह बाउंस चेक का विवरण आपको कहा से मिला यह मेरे पास अभी नहीं आया है. एक बैंक नहीं पूरे देश भर के बैंकों में गया था उसका डाटा इतनी आसानी से सुलभ हो जाना आपको कहां से मिल गया मुझे नहीं पता.


कार्यालय प्रभारी इसको नहीं यह एकाउंट्स विभाग और बैंक बता सकता हैं वो आप कहां से लेकर आये मेरी जानकारी में नहीं है. कोई चेक बाउंसिंग का ऐसी कोई सूचना नहीं है 32 सौ करोड़ देश के राम भक्तों ने मंदिर निर्माण के लिए समर्पित किया है इसकी सूचना आपको दी जा चुकी है.


गोविंद देव गिरी ने कहा कि ऐसा हैं भेजनें वालो ने जैसे भेजे पैसे उनकी भावना गलत होंगी ऐसा हमें लगता नहीं हैं उसका टाइम बार हो गया होगा इस कारण बाउंस हो गया होगा अथवा हमारे देश के श्रद्धालु अच्छे दानदाता कभी कभी चेक को भेज देते हैं हस्ताक्षर करना भूल जाते हैं. कभी कभी उसका डेट गलत लिख देते हैं कभी कभी उसको लिखने में रिपीट कर देते हैं. इन सब बातो से चेक बाउंस हुआ करते हैं तो उसमे कोई बड़ी बात नहीं हैं.


इतने बड़े काम में ऐसे चलते रहता है चेक बाउंस होने के पीछे हम उन लोगो की दुर्भावना भी नहीं मानते है क्योकि कोई राम मंदिर ट्रस्ट में कोई ज़बरदस्ती पैसा वसूल रहे हैं ऐसा नहीं हैं. अपनी स्वेच्क्षा से दान दिया था गलती कुछ हो गयी उस कारण बाउंस हो गए इसका विचार हम लोगो को करना चाहिए 35 सौ करोड़ का मामला हैं और पूरा देश जहां दान दे रहा हैं छोटे छोटे हिस्से से तो इस प्रकार की बाते होना कोई बहुत बड़ी बात नहीं हैं.


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