APJ Abdul Kalam: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती आज, सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि
APJ Abdul Kalam Birth Anniversary: भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी गै.
APJ Abdul Kalam: भारत के पूर्व राष्ट्रपति, मिसाइल मैन और महान वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की आज यानी रविवार (15 अक्टूबर) को जयंती है. देश और दुनिया में उनके करोड़ों प्रशंसक उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती को विश्व छात्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएम योगी ने अब्दुल कलाम को किया याद
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की जयंती पर एक्स पर लिखा, ‘भारत को महाशक्ति बनाने में अतुल्य योगदान देने वाले महान वैज्ञानिक, मिसाइल मैन, पूर्व राष्ट्रपति, 'भारत रत्न' डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. उनका साधना पूर्ण जीवन नए-नए संकल्पों को धारण कर उन्हें सिद्ध करने के लिए साहस व ऊर्जा देता है.'
डिप्टी सीएम ने किया याद
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा, 'किसी भी मिशन की सफलता के लिए, रचनात्मक नेतृत्व आवश्यक हैं. युवा पीढ़ी को नई दिशा देने वाले मिसाइल-मैन के नाम से सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन. उनके सिद्धांत, विचार एवं प्रेरणादायी कार्य आनी वाली युवा पीढ़ियों का सदैव मार्गदर्शन करती रहेंगी.'
एपीजे अब्दुल कलाम ने छात्रों को किया प्रोत्साहित
स्कूल के दिनों में एपीजे अब्दुल कलाम की ग्रेड औसत आती थी, लेकिन वह एक प्रतिभाशाली और मेहनती छात्र थे, जिसमें सीखने की तीव्र इच्छा थी. उन्होंने पढ़ाई पर खूब समय लगाया, विशेषकर गणित पढ़ने में उन्हें रुचि थी. पूर्व राष्ट्रपति कलाम ने हमेशा छात्रों को बड़े सपने देखने और असफलता से कभी न डरने के लिए प्रोत्साहित किया. वह कहते थे, 'सपने वे नहीं होते जो रात में सोते समय नींद में आएं, बल्कि सपने वे होते हैं जो रात में सोने ही न दें.'
भाई-बहनों में सबसे छोटे थे कलाम
कलाम अपने चार भाइयों और एक बहन में सबसे छोटे थे. कलाम का जब जन्म हुआ था तब परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी. बचपन में कलाम को परिवार को सहारा देने के लिए अखबार बेचने पड़े थे. कलाम के पिता जैनुलाब्दीन मराकायर के पास एक नाव थी और वह एक स्थानीय मस्जिद के इमाम थे. मां अशिअम्मा एक गृहिणी थीं. पिता नाव से हिंदू तीर्थ यात्रियों को रामेश्वरम और धनुषकोडी की यात्रा कराते थे.
ये भी पढ़ें: UP News: सीएम योगी समेत कई नेताओं ने नवरात्र की दी शुभकामनाएं, सुख-समृद्धि की कामना की