कोटद्वार: दिल्ली के नेशनल वॉर मेमोरियल हॉल में प्रधानमंत्री द्वारा शहीदों के सम्मान में जलाई गई "विजय मशाल" को लेकर सूबेदार दिलीप सिंह कोटद्वार के कौड़िया आर्मी कैम्प पहुंचे, जहां पर लैंसडाउन के सैनिक कल्याण अधिकारी ने सम्मान के साथ विजय मशाल को रिसीव किया.
पीएम ने नेश्नल वॉर मेमोरियल में प्रज्वलित की चार मशालें
दिल्ली से मशाल को विक्टोरिया क्रॉस गब्बर सिंह कैम्प कोटद्वार लाने वाले नायब सूबेदार दिलीप सिंह ने बताया कि 16 दिसम्बर को नेशनल वॉर मैमोरियल दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 4 मसालें प्रज्वलित की गई हैं. जिनमे से एक मशाल उत्तर भारत के कई स्थानों पर होते हुए आज कोटद्वार पहुंची है और जिसे कल लैंसडाउन ले जाया जाएगा. इस दौरान युद्ध में शामिल हुए सैनिकों को व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया.
भारत-पाक युद्ध के हुये पचास वर्ष
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी लैंसडाउन ने कहा कि 1971 का पाकिस्तान के साथ जो युद्ध हुआ था यह बहुत ही यादगार युद्ध था. जिसमें हमने 13 दिन में विजय प्राप्त कर ली थी और पीस पाकिस्तान को जन्म दिया था. वीरों की शहादत को याद रखने के लिए 50 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में जहां-जहां जो वीर शहीद हुए हैं, वहां तक पहुंचाया जा रहा है और 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध को 50 वर्ष पूर्ण होने के मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके शौर्य व पराक्रम का सम्मान करते हुए युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों का सम्मान किया जा रहा है.