PM मोदी से बोले जेटली, मुझे मंत्री न बनाएं...लिया राजनीति से संन्यास
अरुण जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट का हिस्सा नहीं होंगे। जेटली ने पीएम मोदी को पत्र लिख ये ऐलान किया है कि वे राजनीति से संन्यास ले रहे हैं। इसके लिए उन्होंने खराब सेहत का हवाला दिया है।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और देश के केंद्रीय वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। इस फैसले के पीछे उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। इसको लेकर जेटली ने प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। उनके इस ऐलान के साथ ये भी साफ हो गया है कि जेटली पीएम मोदी की नई कैबिनेट का हिस्सा नहीं होंगे।
पिछले 18 महीनों से बीमार चल रहे हैं जेटली
बता दें कि जेटली पिछले 18 महीनों से बीमार चल रहे हैं। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि नई सरकार में जेटली केंद्रीय कैबिनेट का हिस्सा नहीं होंगे। लेकिन इस घोषणा के साथ उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे नई सरकार में किसी भी मंत्री पद पर नहीं रहेंगे।
अपने पत्र में जेटली ने लिखा
पीएम मोदी के लिए लिखे अपने पत्र में जेटली ने कहा, 'यह मेरे लिए सम्मान की बात रही कि मैं पिछले पांच साल उस सरकार का हिस्सा रहा, जिसका नेतृत्व आप (मोदी) कर रहे थे।' उन्होंने लिखा कि इससे पहले भी पार्टी ने एनडीए के कार्यकाल में मुझे कई जिम्मेदारियां दी थी। जब हम सरकार में थे तब और जब विपक्ष में थे तब भी, मैं इससे ज्यादा की मांग नहीं कर सकता।'
'...इसलिए कोई जिम्मेदारी नहीं संभाल सकता'
जेटली ने कहा, 'मेरी स्वास्थ्य कुछ समय से खराब चल रहा है और डॉक्टरों ने मुझे आराम करने की सलाह दी है। मैं यह खत विनती करते हुए लिख रहा हूं कि मैं अपने स्वास्थ्य और अपने लिए वक्त चाहता हूं। इस कारण मैं किसी भी तरह की जिम्मेदारी वर्तमान और नई सरकार में नहीं संभाल सकता हूं।'
बता दें कि पिछले दिनों भी अरुण जेटली के स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया पर खबर वायरल हुई थी। जिस पर सरकार ने सफाई देते हुए कहा था कि जेटली की तबीयत को लेकर मीडिया के एक तबके में जो खबरें चल रही हैं, वो पूरी तरह गलत और निराधार हैं।
गौरतलब है कि पिछले 18 महीनों से जेटली की सेहत खराब है। उन्हें उपचार के लिए अमेरिका भी जाना पड़ा था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 66 वर्षीय जेटली बेहद कमजोर हो गए हैं। उन्हें पिछले हफ्ते एम्स में भर्ती कराया गया था। खराब सेहत की वजह से ही वे आम चुनाव में भव्य जीत के बाद बीजेपी मुख्यालय में हुई जीत के जश्न में भी शामिल नहीं हो सके थे।