Arvinder Singh Lovely Resigns: कांग्रेस को रविवार को एक बड़ा झटका लगा है. पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे चार पन्नों के पत्र में अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस महासचिव की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त की. उनके इस्तीफे पर पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रतिक्रिया दी है.


पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया है. लेकिन जहां तक में अरविंदर सिंह लवली को जानता हूं तो कोई कारण रहा होगा. मुझे लगता है कि लवली एक देशभक्त आदमी हैं. कोई न कोई ऐसा कारण रहा होगा, अब ये तो उनसे बात करने के बाद पता चलेगा. लेकिन कांग्रेस में कोई नहीं रहना चाहता है.'



आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'कोई देशभक्त कांग्रेस में रहना नहीं चाहता है. सनातन को जो प्यार करता है वो कांग्रेस में नहीं रहना चाहता है. कांग्रेस अब सनातन विरोधी होने के साथ-साथ राष्ट्र विरोधी हो गई है. ये बड़ा दुर्भाग्य है कि इतनी बड़ी पार्टी जिसने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी वो पार्टी आज देश के विरोध में नारे लगाने वालों के साथ खड़ी है.'


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इस्तीफे में कही ये बात
अरविंदर सिंह लवली ने अपने इस्तीफे में कहा, 'दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के निर्णयों पर एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने एकतरफा वीटो कर दिया.' उन्होंने कहा कि एआईसीसी महासचिव ने मुझे अब तक संगठन में किसी की नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी.


उन्होंने एक वरिष्ठ नेता की डीपीसीसी के मीडिया प्रमुख के रूप में नियुक्ति के मेरे अनुरोध को खारिज कर दिया. एआईसीसी महासचिव ने आज तक डीपीसीसी को शहर के ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की भी इजाजत नहीं दी, इसके परिणामस्वरूप दिल्ली में 150 से अधिक ब्लॉकों में अध्यक्षों के पद खाली हैं.”