AIMIM on Swami Prasad Maurya Statement: यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए विवादित बयान के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. उनके इस बयान को लेकर कई नेता सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे हैं. इसी बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य सहित पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. एआईएमआईएम के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से करोड़ों राम भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं.
AIMIM प्रवक्ता का अखिलेश यादव पर भी निशाना
एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा कि इस बयान को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इस मामले में अखिलेश यादव की चुप्पी यह साबित करती है कि यह स्वामी प्रसाद मौर्य का नहीं बल्कि खुद अखिलेश और उनकी समाजवादी पार्टी का बयान है. अखिलेश यादव अगर सहमत नहीं हैं तो उन्हें सामने आकर माफी मांगना चाहिए और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए. वहीं एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य से जानबूझकर यह बयान दिलवाया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से मुस्लिम समुदाय भी नाराज
एआईएमआईएम प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे बयान से लोगों की भावनाएं आहत कर वह वोटों का ध्रुवीकरण कराना चाहते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से देश का माहौल बिगड़ सकता है, उन्हें फौरन माफी मांगनी चाहिए. एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा कि इस्लाम धर्म के लोग जितना सम्मान कुरान का करते हैं उतना ही दूसरे धार्मिक ग्रंथों का करते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से मुस्लिम समुदाय के लोग भी दुखी और नाराज हैं.