Asaduddin Owaisi Attack: तीन फरवरी को मेरठ के पास टोल प्लाजा पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की है. जिसके बाद दोनों के पास से एक-एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है. पुलिस का कहना है कि इन मोबाइल फोन से कुछ चैट और वीडियो मिले हैं. पुलिस ने इन दोनों के फोन को जांच के लिए आगे भेज दिया है.


आरोपियों के फोन से मिले वीडियो और चैट


हापुड़ के एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक 3 फरवरी को AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के क़ाफिले पर हुए हमले के दो मुख्य आरोपी शुभम और सचिन से पूछताछ के बाद दोनों के पास से एक-एक मोबाईल फोन बरामद किया गया है. उनके मोबाइल फोन में कुछ चैट और वीडियो मिले है, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है. इससे पहले पुलिस ने इस मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया था. इस शख्स पर आरोप है कि उनसे इस हमले के मुख्य आरोपी सचिन शर्मा को अवैध हथियार मुहैया कराया था. 



आरोपी सचिन को कहां से मिला हथियार


एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पिस्तौल उपलब्ध कराने वाले की पहचान मेरठ के मुंडाली थानाक्षेत्र के नंगलामल के निवासी आलिम के रूप में हुई है. आलिम ने 1.20 लाख रुपये में दो पिस्तौल और 40 कारतूस सचिन को बेचे थे. आरोपी बिहार से ट्रक चालकों के माध्यम से अवैध हथियारों की तस्करी करता था.


ओवैसी के काफिले पर किया था हमला


दरअसल, 3 फरवरी को जब असदुद्दीन ओवैसी जब मेरठ में एक सभा करने के बाद लौट रहे थे तो उनके काफिले पर टोल प्लाजा के पास दो युवकों ने फायरिंग कर दी थी. आरोपियों का कहना है कि वो ओवैसी की भाषणों से आहत थे जिसके बाद उन्होंने उनकी हत्या करने की योजना बनाई थी. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को पकड़ लिया था.


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