लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वैसे तो विधानसभा चुनाव में एक साल से अधिक का समय है लेकिन यूपी की सियासत अभी से गर्म होने लगी हैं. उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव कई जिलों का दौरा कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर अब AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की भी यूपी में राजनीतिक एंट्री हो गयी हैं. आज ओवैसी वाराणसी पहुंचे जहां से आगे वो आजमगढ़ जाएंगे.


चुनाव की तैयारी है- ओवैसी


वाराणसी पहुंचे ओवैसी का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया तो ओवैसी ने कहा कि चुनाव की तैयारी है और सभी कार्यकर्ता इसके लिए तैयार हैं. ओवैसी ने ये भी कहा कि सपा की सरकार ने यूपी आने के किये उनका 28 बार परमिशन कैंसिल किया लेकिन अब उन्हें यूपी आने का मौका मिला हैं.


ओवैसी उत्तर प्रदेश में राजभर वोटों में पैठ रखने वाली पार्टी सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर के आने वाले चुनाव में लड़ेंगे. पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.


नेहरू-गांधी का धर्मनिरपेक्ष प्रदेश है यूपी


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ओवैसी पर बीजेपी की मदद का आरोप लगाते हुए कहते हैं, पहले महाराष्ट्र में ओवैसी ने बीजेपी की मदद की उसके बाद बिहार में वोट काट कर मदद की और अब यूपी आ रहे हैं. लेकिन यूपी नेहरू-गांधी का धर्मनिरपेक्ष प्रदेश है. वो ओवैसी के इरादों को समझता है.


तकरीबन 20 प्रतिशत आबादी पर है नजर


AIMIM प्रमुख ओवैसी की नजर यूपी में रहने वाली तकरीबन 20 प्रतिशत मुस्लिम आबादी पर हैं. मुस्लिमों के बीच ओवैसी की अच्छी पैठ है. यही कारण है कि वो यूपी में इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.


ओवैसी की पार्टी बिहार में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में अच्छा मत प्रतिशत हासिल करते हुए 5 सीटों पर चुनाव जीती थी. तो वहीं महाराष्ट्र में AIMIM के 2 और तेलंगाना में 7 विधायक हैं.


ये भी पढ़ें-



उत्तराखंड में धीमी पड़ी कोरोना की रफ्तार, सोमवार को मिले सिर्फ 156 नए मामले


स्वामी विवेकानंद की जयंती पर अमित शाह ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं, युवाओं को दी ये सलाह