UP Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान हो गया है. वहीं उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के लिए सात चरणों में वोटिंग होगी. इस चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. सपा ने नगीना सीट से भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को नहीं बल्कि मनोज कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है. इसी बीच अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने चंद्रशेखर आजाद का समर्थन करते हुए अखिलेश यादव पर बड़ा आरोप लगाया है.


एआईएमआईएम ने आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद की दावेदारी वाली नगीना सीट पर समाजवादी पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित किए जाने के फैसले को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. एमआईएम के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा है कि अखिलेश यादव पहले ही मुसलमानों को अपने निशाने पर लिए हुए थे और इस फैसले से यह साफ हो गया है कि वह सिर्फ मुस्लिम विरोधी ही नहीं बल्कि दलित विरोधी भी हैं. एमआईएम प्रवक्ता ने कहा कि वह मुसलमानों और दलितों को सांसद-विधायक बनते नहीं देखना चाहते.


वहीं एमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा चंद्रशेखर आजाद नगीना सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे. वहां मुसलमानो की संख्या भी निर्णायक है. दलितों के उभरते हुए मजबूत युवा चेहरे को पार्लियामेंट जाने से रोकने के लिए ही अखिलेश यादव ने यह कदम उठाया है. उनके इस फैसले से दलित समाज में गहरी नाराजगी है. अखिलेश यादव अगर ममता बनर्जी के लिए लोकसभा की एक सीट छोड़ सकते हैं तो एक दलित के बेटे को उन्होंने अपने गठबंधन में जगह क्यों नहीं दी.


एमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने फिर से यह सवाल उठाया कि अगर अखिलेश यादव सचमुच बीजेपी को रोकना चाहते थे तो उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को यूपी में समझौते में पांच सीटें क्यों नहीं दी. वह समझौते के लिए यूपी में क्यों नहीं तैयार हुए. इससे साफ है कि वह बीजेपी से अंदर खाने मिले हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि एमआईएम यूपी में दलित मुस्लिम गठजोड़ के जरिए बीजेपी का मजबूत विकल्प बनने की कोशिश में है.


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