Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के खिलाफ पांच दिनों तक चले प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन से जुड़ी खबर सामने आई है. बता दें कि आंदोलन में शामिल आशुतोष पांडेय को जमानत मिल गई है. आशुतोष पांडेय जेल से छूटकर बाहर आ गए है. आंदोलन के चौथे दिन 14 नवंबर को शांति भंग की आशंका में पुलिस ने हिरासत में लिया था. जिसके बाद पुलिस ने आशुतोष पांडेय को जेल भेज दिया था.
वहीं पांचवें दिन 15 नवंबर को यूपी पीएससी द्वारा मांगे माने जाने के बाद आंदोलन खत्म हो गया. इसके बाद 16 नवंबर को आशुतोष पांडेय को भी जमानत मिल गई. दूसरे प्रदर्शनकारियों को भी 15 नवंबर को ही जमानत पर रिहा कर दिया गया था. अब आंदोलन से जुड़ा कोई भी प्रतियोगी जेल में नहीं है.
छात्रों पर ये लगे थे आरोप
छात्रों पर होर्डिंग फाड़ने, तोड़फोड़ करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप था. पुलिस की एफआईआर में दोनों युवकों को नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. राघवेंद्र यादव और अभिषेक शुक्ला को पुलिस ने केस दर्ज होने के बाद गिरफ्तार किया था. इन पर आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों को हिंसा के लिए भड़काने का भी आरोप लगा था. लोक सेवा आयोग चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर कृष्ण मुरारी चौरसिया की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
4 टेलीग्राम चैनलों पर एफआईआर दर्ज
प्रतियोगी छात्रों को उग्र और हिंसक बनाने के आरोप में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के चार चैनलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. इन चैनलों पर भ्रामक सूचनाएं अपलोड करने और प्रचारित करने का आरोप है.आरोप है कि चैनलों की भूमिका छात्रों को हिंसक बनाने और कानून व्यवस्था खराब करने की थी. टेलीग्राम चैनल PCM ABHYAAS, टेलीग्राम चैनल सामान्य अध्ययन Edushala, टेलीग्राम चैनल Make IAS official और टेलीग्राम चैनल PCS Manthan के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
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