Assembly Election 2022 : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 5 राज्यों में 167 सभाएं और 42 रोड शो किए, इतनी विधानसभा सीटों के लोगों को संबोधित किया
Assembly Election 2022 : पांच राज्यों में प्रियंका गांधी ने 167 रैलियां, जनसभाओं और नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया. उन्होंने 42 रोड शो और डोर टू डोर कैंपने कर लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की.
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) का प्रचार शनिवार शाम खत्म हो गया.चुनाव में सबसे अधिक चर्चा कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi)के प्रचार अभियान की रही. उनके प्रचार ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया. प्रियंका कभी बारिश में प्रचार करती नजर आईं तो कभी महिलाओं के साथ खेत में बतियाते हुए. उनके भाषण भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए. उन्होंने उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में भी कांग्रेस का प्रचार किया.
चुनाव प्रचार करने कहां-कहां गईं प्रियंका गांधी
पांच राज्यों में प्रियंका गांधी ने 167 रैलियां, जनसभाओं और नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया. उन्होंने 42 जगहों पर रोड शो और डोर टू डोर कैंपने कर लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की.उन्होंने पंजाब के 3 और उत्तराखंड-गोवा का 2-2 दौरा किया. उन्होंने मणिपुर के लिए एक वर्चूअल रैली भी की. प्रियंका गांधी ने 4 वर्चूअल रैलियों के जरिए उत्तराखंड, मणिपुर और उत्तर प्रदेश की जनता को संबोधित किया. प्रियंका ने कुल 340 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों से संपर्क साधा.
कांग्रेस ने मतदाताओं खासकर महिला वोटरों को समझाने के लिए प्रियंका गांधी की आकर्षक प्रचार शैली का इस्तेमाल किया. इसी वजह से गोवा और पंजाब में प्रियंका गांधी ने घोषणापत्र की महिलाओं से जुड़ी घोषणाओं का ऐलान खुद किया. उत्तराखंड में तो उन्होंने पूरा घोषणापत्र ही जारी किया. प्रियंका गांधी का पूरा चुनाव अभियान जनता के मुद्दों पर केंद्रित रहा.प्रचार के दौरान प्रियंका का जोर इस बात पर रहा कि लोकतंत्र में ताकत जनता के हाथ में होती है. इसलिए जनता के मुद्दों से इतर हटकर जो भी बात हो रही है वो भटकाने वाली हैं.
प्रियंका गांधी का नारा, लड़की हूं, लड़ सकती हूं
उन्होंने उत्तर प्रदेश में 'लड़की हूँ लड़ सकती हूं'का नारा और चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिए. इसने उन्हें चुनाव प्रचार में सबसे अलग खड़ा किया.कांग्रेस ने प्रियंका के नेतृत्व में ऐसी महिलाओं को टिकट दिया, जिन पर सत्ता के बल पर अत्याचार किया गया था. इनमें उन्नाव रेप पीड़िता की मां भी शामिल थी.प्रियंका गांधी का पूरा जोर महिला सशक्तिकरण पर रहा.उन्होंने महिलाओं के लिए एक अलग से घोषणापत्र ‘शक्ति विधान’भी जारी किया.
प्रियंका गांधी के भाषण की वजह से प्रधानमंत्री मोदी को अपना बयान बदलना पड़ा. प्रियंका ने मोदी के एक भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि वो एक बूढ़ी अम्मा के वीडियो का जिक्र कर कहा कि वो कह रही थीं कि मैंने मोदी का नमक खाया है,तब प्रियंका गांधी ने इस पर ज़ोरदार हमला बोला. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी को अपना बयान बदलना पड़ा. उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों आपने मेरा नमक नहीं,मैंने आपका नमक खाया है.