उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान सोमवार को कराया जा रहा है. इसके साथ ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की वोटिंग का काम पूरा हो जाएगा. इन सबी राज्यों में मतगणना एक साथ 10 मार्च को कराई जाएगी.इन पांच राज्यों में विधानसभा की 690 सीटें हैं. आइए जानते हैं कि इन चुनाव परिणामों का इसी साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर क्या असर पड़ेगा.
कब खत्म हो रहा है राष्ट्रपति का कार्यकाल?
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल इस साल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. उससे पहले ही नए राष्ट्रपति के चुनाव कराए जाएंगे. ऐसे में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव के नतीजे राष्ट्रपति चुनाव पर भी असर डालेंगे. अगर इस चुनाव में बीजेपी के पक्ष में फैसला नहीं आया तो उसका राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव का गणित गड़बड़ा सकता है. इस समय बीजेपी देश के शीर्ष पदों पर अपने उम्मीदवारों का आसानी से चयन करने की स्थिति में है. लेकिन उत्तर प्रदेश में प्रतिकूल परिणाम इसमें बदलाव ला सकते हैं.
राष्ट्रपति चुनाव में किस राज्य के विधायक के वोट का है कितना मूल्य?
जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं,उनमें से राष्ट्रपति चुनाव में पंजाब के एक विधायक के वोट का मूल्य 116,उत्तराखंड के विधायक के वोट का मूल्य 64,गोवा के एक विधायक के वोट का मूल्य 20 और मणिपुर के एक विधायक के वोट का मूल्य 18 है. सबसे अधिक मूल्य उत्तर प्रदेश के विधायक का है. यूपी के एक विधायक के वोट का मूल्य 208 है.उत्तर प्रदेश विधानसभा के वोट का कुल मूल्य 83,824, पंजाब का 13,572, उत्तराखंड का 4,480, गोवा का 800 और मणिपुर का कुल मूल्य 1,080 है.