Assembly Election 2023: उत्तराखंड (Uttarakhand) में अगले दो महीने भारी पड़ने वाले हैं. एक तरफ प्रदेश के चार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी इन्वेस्टर समिट के आयोजन में व्यस्त हैं, तो दूसरी ओर 16 नौकरशाहों को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में ऑब्जर्वर बनाकर भेजा जा रहा है. आने वाले दिनों में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसका असर अब उत्तराखंड के प्रशासनिक कार्य पर भी पड़ने वाला है.  


IAS अधिकारियों को ऑब्जर्वर बनाकर भेजा
नामांकन के साथ ही संबंधित अधिकारियों को उत्तराखंड से प्रस्थान करना पड़ेगा. उत्तराखंड में आईएएस अधिकारियों के 126 पद खाली हैं. मौजूदा समय में लगभग 80 अधिकारी तैनात हैं. केंद्र सरकार की प्रति नियुक्ति पर है. नियत संख्या में आईएएस अधिकारियों की तैनाती नहीं हो पाने के कारण कामकाज प्रभावित होना तय माना जा रहा है. मौजूदा समय में एक और मुश्किल बात सामने आ रही है. अपर सचिव स्तर के 16 आईएएस अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में आगामी चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाकर भेजा है. जिनकी ट्रेनिंग भी कई चरण में हो चुकी है.


चुनाव तक डटे रहेंगे अधिकारी 
चुनाव की तारीख 7 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक रखी गई है और 5 दिसंबर तक चुनाव प्रक्रिया पूरी होनी होनी है. इस दौरान 16 सीनियर अधिकारी दो महीने के लिए दूसरे राज्यों में व्यस्त रहेंगे.  इसके अलावा चार अधिकारी जो उद्योग नियोजन ऊर्जा सिडकुल जैसे महत्वपूर्ण विभाग देख रहे हैं इन्वेस्टर समिट के आयोजन में व्यस्त रहेंगे. 8 और 9 दिसंबर को प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट के आयोजन को लेकर तैयारी तेज चल रही है.


इन अफसरों को बनाया ऑब्जर्वर 
पांच राज्यों में चुनाव की ड्यूटी में ऑब्जर्वर बनाए गए आईएएस अधिकारियों में बृजेश कुमार संत, सी रवि शंकर, उमेश नारायण पांडे, राजेंद्र कुमार, करमेंद्र सिंह, आनंद श्रीवास्तव,हरिश्चंद्र कांडपाल, मंजू गोयल, संजय कुमार, डी के चौधरी, सविन बंसल, इकबाल अहमद, देव कृष्णा तिवारी, नितिन सिंह भदोरिया, विनीत कुमार शामिल हैं. 


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