मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव जारी हैं. एमपी, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में जहां मतदान हो चुके हैं वहीं तेलंगाना और राजस्थान में अभी वोटिंग बाकी है. यूं तो ये चुनाव उत्तर प्रदेश के नहीं हैं और इनके परिणामों का यूपी सरकार पर नहीं पड़ना है लेकिन ऐसा नहीं है कि इन चुनावों में यूपी के नेताओं की मांग नहीं है. एमपी में जहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अपने-अपने दल के लिए प्रचार किया वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ की जनसभाओं की भारी डिमांड है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है. इसके लिए राज्य में भारतीय जनता पार्टी की ओर सीएम योगी की जनसभाओं की भारी डिमांड है. इतना ही नहीं सीएम को कुछ खास टारगेट दिए गए हैं ताकि बीजेपी राज्य में रिवाज बदल सके और दोबारा सत्ता हासिल करे.
पहले तो हम बात करेंगे राजस्थान में सीएम योगी के टारगेट की. सीएम योगी की रैलियों का मुख्य टारगेट वो विधानसभा सीटें हैं जिनकी सीमा यूपी से सटती है या ये सीट राज्य के आसपास हैं. राजस्थान के यूपी बॉर्डर से सटे इलाकों में सीएम की जनसभाओं की भारी मांग है. इसके अलावा हिंदुत्ववादी चेहरे के लिए भी सीएम योगी के रैलियों की मांग है. जिन सीटों पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं वहां भी सीएम योगी की मांग है.
इसके साथ ही सीएम योगी उन सीटों पर भी रैली कर रहे हैं जहां बीजेपी के बड़े नेता चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा जिन विधानसभा क्षेत्रों में कड़ा मुकाबला है या बागी, बीजेपी पर भारी पड़ सकते हैं, वहां भी सीएम योगी रैलियां कर रहे हैं.
अब बात करते हैं सीएम योगी के चुनावी रैलियों के स्ट्राइक रेट की. यानी उन्होंने किस राज्य में कितनी रैलियां की और उनमें से कितनी सीटें बीजेपी ने जीतीं.
गुजरात में साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने 35 सीटों पर रैलियां की और 20 पर जीत हासिल हुई. यानी यहां सीएम का स्ट्राइक रेट 57% रहा. त्रिपुरा में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सीएम ने 9 सीटों पर प्रचार किया 8 पर जीत मिली. यहां बीजेपी, सीएम योगी की रैलियों वाली 89% सीटें जीती. कर्नाटक में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने 33 पर रैली की और 17 पर जीत मिली. यहां सीएम की रैलियों वाली 52% सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. बात मध्य प्रदेश में साल 2018 के विधानसभा चुनाव की करें तो उस वक्त सीएम योगी ने 15 सीटों पर रैलियां कीं और 10 पर जीत हासिल की. इस हिसाब से यहां बीजेपी, सीएम की जनसभाओं वाली 67% सीटों पर जीती.
महाराष्ट्र में साल 2019 के चुनाव में सीएम ने 12 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया और 7 पर जीत हासिल की. यहां सीएम का स्ट्राइक रेट 58% रहा. इसके साथ ही बिहार में साल 2020 के चुनाव में सीएम ने 19 सीटों पर रैली की और 13 पर जीत हासिल की. यहां सीएम योगी रैलियों वाली कुल सीटों में से 68% बीजेपी जीती. उत्तराखंड में साल 2022 के विधानसभा चुनाव में 1 सीट पर प्रचार किया और उस पर जीत हासिल करते हुए स्ट्राइक सीएम ने 100% स्ट्राइक रेट हासिल किया.
उसी साल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सीएम ने 181 सीटों पर प्रचार किया और 121 पर जीत हासिल की. यहां सीएम का स्ट्राइक रेट 67 फीसदी रहा. बात गुजरात में साल 2022 के विधानसभा चुनाव की करें तो इस साल सीएम ने साल 2017 के मुकाबले 13 कम सीटों पर रैली की. सीएम ने साल 2022 के विधानस भा चुनाव में 22 सीटों पर प्रचार किया 15 पर जीत हासिल की. इस चुनाव में सीएम का स्ट्राइक रेट 68% रहा. इस साल त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव में सीएम ने 6 सीट पर प्रचार करते हुए 100% स्ट्राइक रेट हासिल किया.