मौसम में बदलाव का मानव शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके चलते सर्दी-झुकाम, बुखार होता है। वर्तमान में दुनिया कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है। ये बात तो रही मौसम और वायरस की। लेकिन कभी कभार आप यह देखते हैं घर में कोई न कोई सदस्य बार बार बीमार पड़ जाता है। मन में प्रश्न आता है कि ऐसा क्यों होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ग्रह भी आपके स्वास्थ पर असर डालते हैं। ग्रहों के क्या दोष होते हैं, और इन्हें शांत करने का क्या उपाय है।


सूर्य ग्रह के दोष से होने वाली बीमारियां


सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना जाता है। सभी ग्रहों को शक्ति सूर्य से ही प्राप्‍त होती है। अगर आपकी कुंडली में सूर्य का दोष है तो आपको हड्डियों से जुड़ी बीमारियां या फिर आंखों की बीमारी हो सकती हैं। हृदय रोग, पाचन तंत्र की बीमारियां और टीबी भी सूर्य दोष के कारण ही होती है। उपाय के तौर पर आप रोजाना स्‍नान के बाद सूर्य को अर्घ्‍य दें और तांबे के पात्र से जल ग्रहण करें।



चंद्रमा के दोष से होने वाली बीमारियां


चंद्रमा का नियंत्रण व्यक्ति की मनोदशा पर होता है। इसका प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। डिप्रैशन, अनिद्रा घबराहट और बेचैनी जैसी समस्‍याएं होती हैं। हायपरटेंशन की समस्‍या भी चंद्रमा के दोष के कारण ही होती है। इसके लिए आपको पूर्णिमा और एकादशी का उपवास रखना चाहिए और हर सोमवार मंदिर में जाकर शिवजी की पूजा करनी चाहिए। आप चांदी का छल्‍ला भी धारण कर सकते हैं।



मंगल ग्रह के दोष से होने वाली बीमारियां


मंगल ग्रह का संबंध मुख्‍य रूप से रक्‍त से होता है। इससे जुड़े दोष होने पर व्‍यक्ति को उच्च रक्त चाप या फिर बुखार की भी समस्‍या हो सकती है। इसकी वजह से त्‍वचा की भी बीमारियां हो सकती हैं। उपाय के तौर पर आप मंगलवार का उपवास रखें। गुड़ का सेवन करना भी लाभ दे सकता है। लाल वस्‍त्र और लाल वस्‍तुओं का दान कर सकते हैं।



बुध ग्रह की बीमारियां


ग्रहों के राजकुमार बुध का संबंध व्‍यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता से होता है। बुध के दोष से ही नाक, कान और गले की बीमारियां हो जाती है। सर्दी, जुकाम और बुखार भी बुध के दोष के कारण होता है। उपाय के तौर पर आपको कपूर, लौंग और इलाइची हर वक्‍त साथ में रखनी चाहिए। तुलसी के पत्‍तों का सेवन करने से लाभ होगा। वहीं गायत्री मंत्र का जप भी फायदेमंद साबित हो सकता है।


बृहस्‍पति के दोष और उनका उपाय


बृहस्‍पति ग्रह के दोष के कारण हेपेटाइटिस और पेट की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इस ग्रह की खराब दशा में व्‍यक्ति को पैसों की कमी का भी सामना करना पड़ता है। इसके दोष करने के लिए आपको प्रात: सूर्य को हल्‍दी मिलाकर जल चढ़ाना चाहिए। उपाय के तौर पर आप सोने का छल्‍ला तर्जनी उंगली में धारण कर सकते हैं। रोजाना विष्‍णु सहस्‍त्रनाम का पाठ करें।


शुक्र ग्रह का दोष और उपाय


शुक्र ग्रह का दोष होने पर व्‍यक्ति को यौन रोग हो सकते हैं। हार्मोंस में असंतुलन के कारण बीमारियां उत्‍पन्‍न हो सकती हैं। महिलाओं को जननांगों से जुड़ी समस्‍याएं हो सकती हैं। बतौर उपाय आपको शुक्रवार के दिन स्‍फटिक की माला गले में धारण करनी चाहिए। सफेद चीजों का सेवन कम से कम करें।


शनि दोष से होने वाली बीमारियां


न्‍याय के देवता कहलाने वाले शनि देव की तिरछी नजर होने पर व्‍यक्ति के शरीर में विभिन्‍न प्रकार के दर्द और हड्डी की समस्‍याएं हो सकती हैं। शनि दोष को दूर करने के लिए आपको प्‍याज लहसुन और मांस मदिरा का सेवन बंद कर देना चाहिए। लोहे का छल्‍ला बीच की उंगली में पहन सकते हैं। शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जरूर जलाएं।


राहु के दोष में होती हैं ये बीमारियां


राहु के दोष होने पर व्‍यक्ति को याददाश्‍त संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। जो कि कई बार आगे चलकर गंभीर रूप ले लेती हैं। इसके लिए आप रोजाना की चीजों में नीले रंग का प्रयोग करें और अपने आहार को शुद्ध और सात्विक बनाए रखें। गले में तुलसी की माला भी धारण कर सकते हैं।


केतु की बीमारियां


केतु ग्रह से जुड़े दोष बनने पर व्‍यक्ति को रक्‍त और त्‍वचा संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इनके निवारण के तौर पर आप खुद को सदैव स्‍वच्‍छ रखें और जरूरतमंदों को दान करें। धार्मिक उपदेशों को जरूर सुनें।",