Ashraf Ahmed Shot Dead: अतीक अहमद  (Atiq Ahmed)और उसके भाई अशरफ (Ashraf Ahmed) की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों में से एक आरोपी सनी सिंह हमीरपुर के थाना कुरारा इलाके का हिस्ट्रीशीटर हैं. हमीरपुर में आरोपी सनी के खिलाफ करीब 17 मामले दर्ज हैं. वहीं इस मामले में शूटर सनी के भाई पिंटू सिंह ने बताया कि 'करीब 10-12 साल से वो घर नहीं आया था. बचपन से ही घर से निकल गया था. वह हत्या का प्रयास, लूट जैसे संगीन अपराधों में लिप्त था. वहीं इस हत्याकांड के बार में सनी के भाई ने बताया कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. जबकि आरोपी सनी के माता-पिता का निधन हो चुका है.'


वहीं पूछताछ में तीनों आरोपियों ने कहा कि, हमारे बेगुनाह भाई लोगों की अतीक और अशरफ़ हत्या करता रहा है. पूछताछ में तीनों आरोपी इस हत्याकांड को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने धर्म का काम किया है. अन्याय का अंत किया है. हमें कोई गिला शिकवा नहीं. हमें फांसी दे दी जाये तो भी हंसी खुशी चढ़ जाएंगे. हमने अपना काम कर लिया है. वहीं तीनों हत्यारों से पूछताछ करने वाली क्राइम ब्रांच की टीम ने बांदा, हमीरपुर और कासगंज के पुलिस कप्तानों से आरोपियों के बैकग्राउंड और क्रिमिनल रिकॉर्ड का जानकारी मांगा है. बता दें कि अतीक और अशरफ की हत्या की एफआईआर प्रयागराज के शाहगंज थाने में दर्ज की गई.


आरोपी मीडियाकर्मी बनकर घुसे थे अंदर
दरअसल, शनिवार रात लवलेश, सन्नी और अरुण मौर्य ने मीडियाकर्मी बनकर उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद और अशरफ अहमद की उस वक्त हत्या कर दी जब वह मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाए जा रहे थे. समझा जाता है कि तीनों ने करीब 17 राउंड फायरिंग की थी. जबकि उमेश पाल की हत्या बीते 24 फरवरी को हुई थी. तब उमेश पाल हत्याकांड में के दो सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए थे.


Atiq Ahmad Killed: प्वाइंट ब्लैंक शूट से लेकर पुलिस के फ्लैगमार्च तक... जानें अतीक अहमद हत्याकांड के बाद अब तक क्या-क्या हुआ?