Atiq Ahmad Killed: अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस ने तत्काल क्या किया? वकील ने दी जानकारी
Atiq Ahmad Shot Dead: प्रयागराज में अतीक और उसके भाई की हत्या के बाद अतीक के वकील विजय मिश्रा का बयान सामने आया है.
Atiq Ahmad Ashraf Ahmad Killed: प्रयागराज में शनिवार रात करीब 10 बजे माफिया अतीक अहमद और उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्या के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. पूरे यूपी में धारा 144 लगा दिया गया है. वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित कर दी है. इसी बीच अतीक अहमद के वकील ने बड़ा बयान दिया है.
अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने बताया, 'पुलिस उनको गाड़ी से निकालकर चेकअप के लिए ले जा रही थी तभी गोलियों की आवाज आई. पुलिस ने फौरन एक्शन लेते हुए हमलावरों को पकड़ लिया.' इससे पहले पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'हम लोग घटना की जांच कर रहे हैं. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. गिरफ्तार लोगों से अभी पूछताछ की जानी है.'
सहायक पुलिस आयुक्त ने दी ये जानकारी
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) करेली श्वेताभ पांडेय ने बताया कि अतीक और अशरफ को रूटीन जांच के लिए अस्पताल लाया गया था, तभी यह घटना हुई. उन्होंने यह भी बताया कि तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हालांकि उन्होंने अन्य कोई ब्यौरा नहीं दिया. पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है. अंदेशा है कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आये और घटना को अंजाम दिया. उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे.
विपक्ष ने भी उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद अतीक अहमद (60) और उसके पूर्व विधायक भाई अशरफ की हत्या पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या. इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं.’’
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 2005 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की हत्या के मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो पुलिस सुरक्षा गार्ड की 24 फरवरी को उनके धूमनगंज स्थित आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अहमद, अशरफ, अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.