Atiq-Ashraf Murder: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या के बाद मौके से गिरफ्तार किए गए तीनों शूटरों पर आज आरोप तय किए जाएंगे. प्रयागराज के डिस्ट्रिक्ट जज संतोष राय की कोर्ट में आरोप तय किए जाएंगे, मौके से पकड़े गए शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या पर आज चार्ज फ्रेम होना है, इसके बाद केस का ट्रायल शुरू हो सकेगा.
जिला अदालत ने पिछली सुनवाई में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 309 के तहत आरोपियों का वारंट बनाने का आदेश दिया था. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर मामले की जांच सौंपी थी. एसआईटी ने जांच के बाद 13 जुलाई को चार्जशीट दाखिल करते हुए 56 पन्नों में आरोपपत्र दाखिल किया गया है. इसके अलावा तकरीबन 2000 पन्ने की केस डायरी है. सीजेएम दिनेश कुमार गौतम ने चार्जशीट का संज्ञान लेकर मुकदमे को ट्रायल के लिए जिला जज की कोर्ट में रेफर कर दिया था. एसआईटी ने हत्यारोपियों लवलेश तिवारी,सनी सिंह और अरुण मौर्या के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है
चार्जशीट में इन बातों का जिक्र
सूत्रों के मुताबिक एसआईटी ने इस मामले की गहन जांच की और तीनों हमलावरों के पड़ोसियों, रिश्तेदारों और दोस्तों के बयान लिए. इन बयानों के आधार पर आरोपपत्र में हमलावरों को 'आक्रामक' बताया गया. कथित तौर पर हमलावरों के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के गोगी और सुंदर भाटी गिरोह जैसे आपराधिक गुटों से भी संबंध थे और पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ की सनसनीखेज हत्याओं के पीछे का मकसद प्रसिद्धि और पैसा कमाना था. अधिकारियों ने कहा, "उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक की मीडिया कवरेज देखने के बाद हमलावरों ने उसे खत्म करने और अपने लिए बड़ा नाम कमाने की योजना बनाई."
15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब उन्हे प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया है. तीनों शूटर अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह पत्रकार बनकर पहले से ही अस्पताल पहुंच गए थे. इसके बाद जब अतीक और उसके भाई अशरफ को गाड़ी से उतारा गया तो मीडिया कर्मियों ने उससे सवाल करने के लिए माइक आगे बढ़ा दिए, इसी बीच तीनों हमलावरों ने मौका देखते ही उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. हत्या के बाद तीनों ने सरेंडर कर दिया था.