Umesh Pal Case: उमेश पाल अपहरण केस में सश्रम आजीवन कारावास की सजा काट रहे समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की जेल बदली जा सकती है. पूर्व सांसद को गुजरात (Gujarat) की साबरमती जेल (Sabarmati Jail) से हटाकर अब दिल्ली (Delhi) की तिहाड़ जेल (Tehar Jail) में शिफ्ट किया जा सकता है. ABP न्यूज़ की Exclusive रिपोर्ट के बाद हुई गोपनीय जांच के आधार पर अतीक अहमद की जेल बदलने का फैसला हो सकता है.


जांच की गोपनीय रिपोर्ट प्रयागराज के सरकारी अमले ने यूपी सरकार को भेजी है. इस रिपोर्ट में ABP न्यूज़ पर हुए सनसनीखेज खुलासों पर मुहर लगाते हुए अतीक अहमद की जेल बदलवाने की सिफारिश की गई है. इस रिपोर्ट के आधार पर यूपी सरकार अब जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सकती है. सुप्रीम कोर्ट से अतीक अहमद की जेल बदले जाने और उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल शिफ्ट किये जाने की अनुमति मांगी जाएगी. 


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सुप्रीम कोर्ट जाएगी यूपी सरकार
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल से गुजरात की साबरमती जेल भेजा गया था. तीन जून 2019 को अतीक अहमद को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल से साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया था. उमेश पाल शूट आउट के बाद साबरमती जेल में अतीक अहमद की गतिविधियों को लेकर ABP न्यूज़ ने Excclusive रिपोर्ट दिखाई थी. इस Exclusive रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि अतीक अहमद साबरमती जेल में तीन मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है.


रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि जेल में माफिया का रोजाना उसका दरबार सजता है. प्रयागराज और अन्य जगहों से आने वाले ज्यादातर लोगों को बिना लिखा पढ़ी और एंट्री के ही जेल जाने की छूट होती थी. बाहर से आने वाले तमाम लोगों के रहने-खाने और नहाने-धोने की व्यवस्था जेल में ही की जाती थी. अतीक अहमद ने साबरमती जेल को होटल और धर्मशाला में तब्दील कर रखा था. अतीक अहमद अपने दफ्तर और घर की तरह लोगों से मुलाकात करता था और मोबाइल फोन पर निर्देश भी देता था.