Atiq Ahmed Shootout: प्रयागराज में 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या मामले में योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया गया है. इस मामले पुलिस की भूमिका को लेकर कई सवाल खड़े हो गए थे जिसके बाद पुलिस पर गाज गिरना तय माना जा रहा था. इस बीच प्रयागराज के एसीपी नरसिंह नारायण सिंह (Narsingh Narayan Singh) को हटा दिया गया है. उन्हें अब डीजीपी मुख्यालय से अटैच किया गया है. नरसिंह नारायण सिंह थाना शाहगंज (Shahganj) और धूमनगंज (Dhumanganj) के एसीपी थे. उनकी जगह अब  43 वीं वाहिनी पीएसी कानपुर से महेंद्र सिंह (Mahendra Singh) को प्रयागराज एसीपी पद पर भेजा गया. 


धूमनगंज इलाके में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनकी सुरक्षा में तैनात दो गनरों की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी और फिर 15 अप्रैल को शाहगंज इलाके में अतीक अहमद और अशरफ को जब पुलिस कस्टडी के भीतर कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल चैकअप के लिए लाया जा रहा था तो तीन हत्यारों ने दोनों के सिर में गोली मार मौत के घाट उतार दिया. दोनों की नीचे गिरने के बाद भी हमलावर फायरिंग करते रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया. हालांकि हत्याकांड के वक्त वहां मौजूद सभी 17 पुलिसकर्मियों को पहले ही तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. 


नरसिंह नारायण की जगह महेंद्र सिंह को जिम्मेदारी


इस घटना के बाद से ही योगी सरकार एक्शन में आ गई थी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यी जांच कमेटी का गठन कर दिया था. इसके साथ ही कई संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था. अतीक और अशरफ की हत्या और दिन दहाड़े उमेश पाल शूटआउट के बाद ही नरसिंह नारायण के खिलाफ ये एक्शन लिया गया है. अब उनकी जगह 43 वीं वाहिनी पीएसी कानपुर से महेंद्र सिंह, प्रयागराज एसीपी पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. 


पीपीएस अधिकारी महेंद्र सिंह को डेढ़ साल पहले गौतमबुद्ध नगर में तैनात किया गया था. तब उन्हें एसीपी ग्रेटर नोएडा बनाया गया था. इस दौरान उनके निर्देशन में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए. उनके काम और प्रसाशनिक क्षमता की हमेशा ही सराहना होती रही है. 


Watch: प्रयागराज में बमबाजी की घटना से हड़कंप, गली में उड़ता दिखा धुआं, सामने आया वीडियो