Afzal Ansari React On Atiq Ahmed Shootout: अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ (Ashraf) की मौत के बाद प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है. विरोधी दल लगातार इस मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच गाजीपुर (Ghazipur) से बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) ने भी अतीक अहमद की हत्या पर बयान दिया. उन्होंने अतीक अहमद शूट आउट को बड़ी साज़िश करार दिया, और कहा कि शूटर तीन नहीं पांच थे. उन्होंने कहा कि इस बात की भी बहुत चर्चा है कि अतीक के बाद अब मुख्तार का नंबर हैं. लेकिन मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. 


बसपा सांसद ने खुद पर लगे गैंगस्टर मामले में एमपी एमएलए कोर्ट से आने वाले 29 अप्रैल के फैसले के बारे में बात की और कहा कि उनके ऊपर ये मुकदमा सुनियोजित तरीके से लगाया है और ये पूरी तरह बेबुनियाद है. अफजाल अंसारी ने कहा कि केस का ट्रायल कोर्ट में परीक्षण चल रहा है और देश की न्यायिक व्यवस्था और संविधान पर उन्हें पूरा भरोसा है. वहीं उन्होंने अपने भाई मुख्तार अंसारी के ऊपर जान के खतरे और प्रयागराज में हुए अतीक अहमद शूट आउट पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.


अतीक-अशरफ शूटआउट में 3 नहीं 5 हत्यारे थे


अफजाल अंसारी ने कहा, अतीक अहमद शूट आउट एक सुनियोजित षड्यंत्र था. उन्होंने कहा है कि हमारे यहां सुबह उठकर ॐ नमः शिवाय का जाप होता है और कृत्य कैसा-कैसा होता है. इस दौरान उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि कालनेमि भी भेष बदल कर आया था और रावण ने भी भेष बदलकर सीता मैया का अपहरण किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि अतीक और अशरफ के शूटआउट में 3 नहीं 5 हत्यारे थे और जो दो थे उनकी कोई भी तस्वीर मीडिया में नहीं आई है. अगर इसकी जांच हो तो सब भेद खुल जाएगा. 


अतीक के बाद अब किसका नंबर


अफजाल अंसारी ने कहा कि 15 अप्रैल को प्रयागराज में जो हुआ वो दिल दहला देने वाला था. चर्चा हो रही है कि अब इसके बाद मुख्तार आंसरी का नंबर है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है, मारने वाले से बचने वाला बड़ा होता है. आज समाज में जो हो रहा है वह अच्छा नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि आप इन्वेस्टर समिट में दावे करते हैं कि उत्तम प्रदेश, उत्तर प्रदेश में परिंदा पर नहीं मार सकता लेकिन अतीक अहमद का शूटआउट जैसा इतना बड़ा कांड हो गया. उन्होंने कहा कि 2024 में केंद्र की सरकार 200 का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगी. उन्होंने महाराष्ट्र से लगाए अन्य प्रदेशों के आंकड़ा भी गिनाया और कहा कि भाजपा की हालत खराब है, क्योंकि अगस्त में क्रांति होने वाली है और बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा जो साथ है शायद वह भी साथ ना रहे. अतीक अहमद हत्याकांड भी दब जाएगा.


बसपा सांसद ने इस दौरान मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि उन्हें देश का अदालतों पर भरोसा है. उनके खिलाफ झूठे चार्ज लगाए गए हैं जिसके खिलाफ वो ट्रायल कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख रहे हैं, उन्होंने साफ कहा कि 29 अप्रैल को जो भी फैसला आए उसके लिए वे तैयार हैं. 


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